कोरोना से निपटने के लिए इंदौर भेजे गए 102 डॉक्टर, मना करने पर प्रैक्टिस लाइसेंस रद्द होगा

इंदौर
इंदौर में कोरोना संक्रमण से निपटने की सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है. शहर में डॉक्टरों की कमी को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह के निर्देश पर प्रदेश भर से 102 डॉक्टर भेजे गए हैं. ये सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर प्रवीण जड़िया को रिपोर्ट करेंगे.इनकी अलग अलग अस्पतालों में ड्यूटी लगाई जाएगी,जो कोरोना सहित दूसरी बीमारियों का इलाज करेंगे. कोरोना फैलने के कारण लोकल डॉक्टर उसी में व्यस्त हैं इसलिए बाकी जनरल बीमारियों के इलाज के लिए डॉक्टरों की कमी महसूस की जा रही थी.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर इंदौर में चिकित्सा संसाधन बढ़ाएं गए हैं. इंदौर जिले में कोरोना मरीजों की बढ़ती तादाद को ध्यान में रखकर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के बांड वाले 70 डॉक्टरों और 32 नियमित डॉक्टरों को अगले आदेश तक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला इंदौर के अधीन काम करने के लिए भेजा है. इन्हें फौरन डयूटी पर पहुंचने के लिए कहा गया.

जिन नियमित डॉक्टरों को इंदौर भेजा गया है उनमें डॉ. रितेश कुमार कंसल जिला चिकित्सालय गुना, डॉ. अमित अग्रवाल सिविल अस्पताल रांझी जबलपुर, डॉ. पंकज कुमार ग्रोवर जिला चिकित्सालय जबलपुर, डॉ. राहुल द्विवेदी जिला चिकित्सालय कटनी, डॉ. रामअखत्यार कुशवाह जिला चिकित्सालय मुरैना, डॉ. हेमन्त अग्रवाल जिला चिकित्सालय रीवा, डॉ. योगेश कुमार अग्रवाल सिविल अस्पताल बरघाट सिवनी, डॉ. शरद प्रसाद सोनी जिला चिकित्सालय कटनी, डॉ. शिवम दीक्षित जिला चिकित्सालय छतरपुर, डॉ. दिनेश कुमार ठाकुर जिला चिकित्सालय छिंदवाड़ा, डॉ. विवेक कुमार मांझी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र राघौगढ़ जिला गुना, डॉ. ओमप्रकाश खोरे जिला चिकित्सालय हरदा, डॉ. सुधीर कलावत जिला चिकित्सालय राजगढ़, डॉ. टीकाराम वांद्रे जिला चिकित्सालय सिवनी, डॉ. बृजेश कुमार पटेल जिला चिकित्सालय अनूपपुर, डॉ. संतोष सिंह रघुवंशी जिला चिकित्सालय अशोक नगर, डॉ. आशुतोष बांगरे जिला चिकित्सालय बालाघाट, डॉ. मनोज खन्ना जिला चिकित्सालय बालाघाट, डॉ. जगदीश घोरे जिला चिकित्सालय बैतूल, डॉ. जितेन्द्र कुमार आंथरे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हिडली जिला बैतूल, डॉ. सतीश कुमार शर्मा जिला चिकित्सालय भिण्ड, डॉ. महेश कुमार दीक्षित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नौगांव छतरपुर, डॉ. जगराम मांझी जिला चिकित्सालय दतिया, डॉ. रविन्द्र कुमार नायर सिविल अस्पताल आरौन जिला गुना, डॉ. पंकज कोटिया जिला चिकित्सालय हरदा, डॉ. नवीन बामनिया जिला चिकित्सालय झाबुआ, डॉ. प्रकाश कारपेंटर जिला चिकित्सालय मंदसौर, डॉ. राहुल गुप्ता जिला चिकित्सालय मुरैना, डॉ. सुधांशु गर्ग जिला चिकित्सालय सतना, डॉ. संजीव निरंजन जिला चिकित्सालय सीहोर, डॉ. विनोद कुमार गोलिया जिला चिकित्सालय शिवपुरी और डॉ. श्वेता ओहरिया जिला चिकित्सालय अलीराजपुर शामिल हैं।

शहर के सभी अस्पताल संचालकों को कलेक्टर मनीष सिंह ने कड़े निर्देश दिए हैं.डॉक्टर्स के अस्पताल न आने पर उनके प्रैक्टिस लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे.उन्होंने कहा किसी भी स्थिति में अस्पताल संचालक या डॉक्टर मरीज का इलाज करने से मना नहीं कर सकते.उन्हें ड्यूटी और इलाज करना ज़रूरी है. ऐसे डॉक्टर्स,जो अपनी सेवा नहीं दे रहे हैं,उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उनका प्रैक्टिस लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा. इसी प्रकार पैरामेडिकल स्टाफ की सूची भी तैयार की जा रही है जो काम पर उपस्थित नहीं हो रहे हैं,उन्हें गिरफ्तार कर अस्थाई जेल में भेजा जाएगा.

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