कोरोना वायरस से बदल जाएगा दुनियाभर में काम करने का तरीका
सैन फ्रांसिस्को
लॉकडाउन के कारण दुनियाभर में लोग घर से काम कर रहे हैं। टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार लॉकडाउन के बाद से टीम एप के इस्तेमाल में जिस तरह से बढ़ोतरी हुई है, उससे पता चलता है कि आने वाले समय में काम करने का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा।
माइक्रोसॉफ्ट टीम की भारी मांग : पिछले महीने माइक्रोसॉफ्ट टीम की मांग में भारी इजाफा देखा गया। इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या 3.2 करोड़ से बढ़कर 4.4 करोड़ सिर्फ एक हफ्ते में हो गई है। माइक्रोसॉफ्ट ने एक नई ट्रेंड रिपोर्ट जारी की है,जिससे पता चलता है कि काम करने के तरीके में कैसे बदलाव आ रहा है। माइक्रोसॉफ्ट 365 के प्रमुख जारेड स्पाटारो ने कहा, यूरोप में जैसे ही हालात बिगड़ने लगे टीम की मांग इतनी बढ़ी जितना हमें अनुमान भी नहीं था।
माइक्रोसॉफ्ट के इंजीनियर पूरी तरह से इसकी क्षमता में बदलाव करने में जुटे हुए हैं ताकि नए उपयोगकर्ताओं को सुविधा दी जा सके। दुनियाभर की कंपनियां अपने टाउन हॉल, ऑल हैंड कॉल और कस्टमर मीटिंग ऑनलाइन कर रही हैं। इससे माइक्रोसॉफ्ट के वीडियो स्ट्रीमिंग सुविधा की भी मांग बढ़ गई है। कंपनी ने अपनी क्षमता 10,000 प्रतिभागियों से बढ़ाकर एक लाख प्रतिभागियों तक कर दी है।
कई फीचर जोड़े : घर से काम करने के इस ट्रेंड को देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट ने अपने टीम में कई फीचर जोड़े हैं। कस्टम बैकग्राउंड फीचर घर के बैकग्राउंड को छुपा देते हैं। मीटिंग ऑर्गनाइजर फीचर भी शुरू कर दिया गया है जिसकी मदद से एक सिंगल क्लिक से मीटिंग को खत्म करने और प्रतिभागियों द्वारा बैठक में भाग लेने की रिपोर्ट भी मिल सकेगी।
कई कंपनियां दौड़ में शामिल: माइक्रोसॉफ्ट के अलावा कई कंपनियां घर से काम करने के इस अवसर को भुनाने में लगे हैं। इनमें स्लैक, गूगल और जूम मौजूद है। माइक्रोसॉफ्ट का मानना है कि महामारी के बाद कई चीजें हमेशा के लिए बदल जाएंगी।