कोरोना वायरस से अस्थमा के मरीजों को कितना खतरा, जानें क्या है डॉक्टरों की सलाह
नई दिल्ली
कोरोना वायरस से अस्थमा के मरीजों को कितना खतरा, जानें क्या है डॉक्टरों की सलाहकोरोना वायरस का संक्रमण बड़ी तेजी से फैल रहा था जिसे रोकने के लिए भारत सरकार ने पूरे भारत में 21 दिन का लॉक डाउन कर दिया है। रेस्पिरेट्री सिस्टम से जुड़ा यहां संक्रामक रोग उन लोगों के लिए ज्यादा हानिकारक साबित हो सकता है जो रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी हुई बीमारियों से जूझ रहे हैं।
जी हां, हम बात कर रहे हैं अस्थमा के मरीजों की… हाल ही में कोरोनावायरस और अस्थमा के मरीजों को लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट की बातें उन लोगों को जरूर पता चाहिए जो सांस से जुड़ी हुई किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं। तो चलिए हम आपको बताते हैं कि अस्थमा से पीड़ित लोगों को कोरोना वायरस से क्यों और कितना खतरा है।
अस्थमा को दमा की बीमारी के नाम से भी जाना जाता है। क्या बीमारी उन लोगों को होती होती है जिनकी श्वसन प्रणाली ठीक रूप से कार्य नहीं करती और उन्हें सांस लेने में कठिनाई होती है। इसका कारण श्वास नली में सूजन आ जाना या फिर श्वास नली में थोड़ा ब्लॉकेज होने के कारण ऐसा होता है। जिसे कारण जब भी अस्थमा से पीड़ित मरीज सांस लेता है तो उसके फेफड़े तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती और अस्थमा से पीड़ित लोगों की सांस फूलने लगती है। यह रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ा हुआ रोग है जो क्रोना वायरस के लिए काफी संवेदनशील माना जाता है। अगली स्लाइड में जानिए कि कोरोनावायरस से अस्थमा के मरीजों को कितना खतरा है।
अस्थमा के मरीजों को कोरोना वायरस से कितना खतरा
अस्थमा बीमारी से ग्रसित होने वाले लोगों के लिए कोरोना वायरस काफी जोखिम भरा साबित हो सकता है। इसलिए ऐसे लोगों को कोरोनावायरस के संक्रमण से बचे रहने के लिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। दरअसल डॉक्टरों के द्वारा ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि अस्थमा रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी हुई बीमारी है जबकि कोरोना वायरस का संक्रमण भी रेस्पिरेटरी सिस्टम को नुकसान पहुंचाता है। यदि कोई व्यक्ति कोरोनावायरस से संक्रमित हो जाए, जिसे अस्थमा की भी बीमारी है, तो कोरोना वायरस का संक्रमण ऐसे मरीजों के लिए काफी गंभीर स्थिति उत्पन्न कर सकता है। इसलिए ऐसे लोगों की कोशिश यही होनी चाहिए कि वह घर से बिल्कुल भी बाहर ना निकलें और अगर जरूरत पड़ने पर बाहर निकल भी रहे हैं तो, संक्रमण से बचे रहने के लिए पूरे दिशा-निर्देशों का गंभीरतापूर्वक पालन करें।
अस्थमा की बीमारी एक ऐसी बीमारी की कैटेगरी में आती है जिसके कारण इस बीमारी से ग्रसित लोगों का नियम सिस्टम काफी कमजोर हो जाता है और वह किसी भी प्रकार के संक्रमण की चपेट में बड़ी आसानी से आ सकते हैं। यही नहीं, संक्रमण से पीड़ित होने के बाद ऐसे लोगों को पहले से ही सांस से जुड़ी समस्या होती है जिसके बाद कोरोना वायरस का संक्रमण उनकी इस स्थिति को और भी खराब कर सकता है। इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण शरीर की इम्यूनिटी में भी इतनी ताकत नहीं होगी कि वह वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सक्रिय रूप से कार्य कर सके। इसलिए अस्थमा के मरीज हर हालत में अपने आप को सुरक्षित रखने की कोशिश करें और संक्रमण से बचे रहने के लिए सभी गाइडलाइंस का पालन करें।