कोरोना लॉकडाउन से खड़ी हुई मुसीबत, 60% तक बढ़ा ट्रक का भाड़ा
कानपुर
लॉकडाउन से व्यापारियों के लिए एक और मुसीबत खड़ी हो गई है। काम ना होने के कारण ट्रक आपरेटरों ने भाड़े में 60 फीसदी तक की बढ़ोतरी कर दी है। लॉकडाउन के कारण केवल जरूरी सामान और सेवाओं के ही आवागमन को मंजूरी दी गई है। इन दिनों सिर्फ दवा दूध राशन किराना सहित कुछ अन्य जरूरी सामानों का ही परिवहन किया जा रहा है। यही कारण है कि जो ट्रक माल लेकर एक शहर से दूसरे शहर जा रहा है वही ट्रक वापसी में खाली लौट रहा है। इस वजह से ट्रक ऑपरेटर व्यापारी से दोनों तरफ का भाड़ा ले रहे हैं।
25 रुपये के बजाय देना पड़ रहे 40 रुपये
यूपी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश गांधी ने बताया की इन दिनों केवल 15 फीसदी ट्रक सड़कों पर चल रहे हैं। सामान्य दिन में अकेले कानपुर से 25000 गाड़ियां निकलती हैं। इन दिनों यह संख्या घटकर केवल 3000 रह गई है। पहले 10 पहिया गाड़ी का सामान्य किराया लगभग 45 किलोमीटर था। यह पैसा दो व्यापारी के हिस्से में बढ़ जाता था।
उदाहरण के लिए कानपुर से पटना जाने वाले माल का भाड़ा कानपुर का व्यापारी देता था जो 25 किलोमीटर पड़ता था। पटना से कानपुर आने वाले माल का भाड़ा पटना का व्यापारी देता था जो करीब 20 किमी होता था। चुकी अब माल एकतरफा जा रहा है या एक तरफा आ रहा है इसलिए 25 किमी वाला किराया बढ़कर 35 से 40 किलोमीटर हो गया है।