कोरोना के खिलाफ IAF ने खोला मोर्चा, देशभर तैयार किए 9 क्वारेंटाइन सेंटर; कोविड-19 की जांच भी होगी
नई दिल्ली
देश में फैल रहे कोरोना वायरस के खिलाफ भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने भी मोर्चा खोल दिया है। देशभर में बने नोडल एयर फोर्स बेस पर 200 से 300 की क्षमता वाले 9 क्वारेंटाइन सेंटर की व्यवस्था की गई है। एयर फोर्स बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल को भारतीय वायुसेना की पहली ऐसी प्रयोगशाला के तौर पर मान्यता दी गई है, जहां कोरोना वायरस (कोविड-19) की जांच की जा सकती है। भारतीय वायुसेना ने गुरुवार (26 मार्च) को यह जानकारी दी। वायुसेना ने बताया कि उनके विमान लगातार लेह में मेडिकल सप्लाई और डॉक्टर्स को भेज रहे हैं और वहां से कोविड-19 की जांच के लिए खून के नमूने लेकर चंडीगढ़ और दिल्ली आते हैं।
भारत में मरीजों की संख्या 649
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ''भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या गुरुवार (26 मार्च) को 649 हो गई। देश मे अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 13 लोगों की मौत हुई है। अंतिम तीन मौतें गुजरात, तमिलनाडु और मध्यप्रदेश में हुई हैं।" प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार (24 मार्च) की रात बेहद भावुक अपील में 21 दिन लंबे राष्ट्रव्यापी सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की थी।
मच्छरों के जरिए कोरोना फैलने से इनकार
स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि 17 राज्यों ने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए पूरी तरह समर्पित अस्पताल चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है। कोरोना वायरस से जुड़े हालात पर मीडिया को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ''अभी तक यह कहने के लिए कोई पुख्ता साक्ष्य नहीं है कि भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार समुदाय के स्तर पर हो रहा है।" उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि यह वायरस मच्छरों के जरिए फैलता है।