कोरोना के कारण राम मंदिर निर्माण पर लगी रोक, लॉकडाउन खत्म होने के बाद होगा नई तारीख का ऐलान

 अयोध्या 
रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला को परिसर में निर्मित नवीन भवन में स्थानान्तरित किए जाने के बाद दूसरे व तीसरे चरण की प्रक्रिया प्रारम्भ की जानी थी लेकिन देश भर में लॉकडाउन की घोषणा से इस प्रक्रिया पर विराम लग गया है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि लॉकडाउन के कारण मजदूरों एवं संसाधनों का आवागमन संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि अब इस बारे में 14 अप्रैल के बाद निर्णय लिया जाएगा।

उधर रामनवमी के उपरांत चार अप्रैल को प्रस्तावित रामजन्मभूमि ट्रस्ट के बोर्ड आफ ट्रस्टी की बैठक भी स्थगित होना निश्चित है। हालांकि बैठक स्थगित किए जाने की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गयी है। फिर भी लॉकडाउन के कारण शेष ट्रस्टियों का यहां आगमन भी संभव नहीं है। ऐसे में लॉकडाउन खत्म हो जाने के बाद ही नयी तिथि की घोषणा होगी। बोर्ड ट्रस्ट की बैठक के लिए परिसर के अंदर मौजूद रामचरित मानस भवन का स्थान नियत किया गया था। इसके लिए बीते 28 साल से बंद पड़े मानस भवन के कमरों की जर्जर स्थिति  सुधारने के लिए सभागार समेत 11 कमरों के नवीनीकरण की प्रक्रिया भी युद्धस्तर पर जारी है।

ट्रस्ट के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मानस भवन के आवासीय परिसर को छोड़कर शेष हिस्स़ों को ढहा दिया जाएगा लेकिन अभी जल्दबाजी में नहीं बल्कि यह कार्य आने वाले वर्षों में होगा। इस बीच रामकचेहरी मंदिर में ट्रस्ट के कार्यालय का निर्माण भी तेजी के साथ किया जा रहा है। इसी कार्यालय में मंदिर निर्माण के कामगारों के सामूहिक भोजनालय की भी स्थापना भी कराई जा रही है। इसके अलावा सुंदर सदन में भी कार्यालय बनाए जाने के लिए आवश्यक निर्माण प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

ट्रस्ट की ओर से नि:शुल्क क्लाक रूम बनाया जाएगा
रामजन्मभूमि आने वाले दर्शनार्थियों को कई तरह की सुरक्षा पाबंदियों से गुजरना पड़ता है। इसी के चलते मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रानिक सामान व पेन-कंघी आदि भी ले जाने की इजाजत नहीं है। इसके चलते दुकानदारों के निजी लाकरों में उन्हें सामान रखने की मजबूरी है। इसी मजबूरी का फायदा उठाकर श्रद्धालुओं से मनमानी वसूली होती है। ट्रस्ट श्रद्धालुओं की इस समस्या के निवारण के लिए शीघ्र नि:शुल्क लाकर की व्यवस्था कराएगा। इसकी पुष्टि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने की।

दर्शन की अवधि में शीघ्र होगी बदलाव की घोषणा
रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के दर्शनार्थियों को प्रात: मंगला आरती और रात्रि में शयन आरती का दर्शन कराने के लिए निर्धारित अवधि में बदलाव किया जाएगा। रामजन्मभूमि में दर्शन के लिए सामान्यत: प्रथम पाली में सात बजे से पूर्वाह्न 11 बजे व दूसरी पाली में अपराह्न एक बजे से सायं पांच बजे तक का समय निर्धारित है। मेला अवधि में दोनो पालियों में एक-एक घंटे की समय सीमा बढ़ाई जाती है। रामजन्मभूमि ट्रस्ट के ट्रस्टी डा. अनिल मिश्र ने बताया कि सुरक्षा अधिकारियों से विचार- विमर्श कर दर्शन के समय में परिवर्तन की घोषणा की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *