केन्या में आतंकी हमला, 5 की मौत, कई घायल

नैरोबी
केन्या की राजधानी नैरोबी में होटल एवं कार्यालय परिसर पर आतंकवादी संगठनों ने हमला कर दिया। परिसर से विस्फोटों और भारी गोलाबारी की आवाजें सुनी गईं। हमले में पांच लोगों की मौत हो गई है तथा कई अन्य घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है।

हमले के बाद लोग दहशत में आए गए और जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। एक चश्मदीद ने होटल के प्रवेश द्वार पर पांच शवों को देखने का दावा किया। सोमालिया के इस्लामी चरमपंथी संगठन अल-शबाब ने हमले की जिम्मेदारी ली। इस संगठन ने 2013 में वेस्टगेट मॉल पर हमला किया था, जिसमें 67 लोगों की मौत हुई थी। चार्ल्स नजेंगा नाम के एक व्यक्ति ने कहा, ‘जो मैंने देखा वो बहुत भयानक था।’ परिसर से पहली बार गोली चलने की आवाज आने के दो घंटे बाद भी गोलीबारी जारी थी।

नैरोबी के वेस्टलैंड्स इलाके में स्थित परिसर में एक डूसिट डी2 नाम का होटल, बार, रेस्तरां, बैंक तथा दफ्तर हैं। इस इलाके में बड़ी संख्या में अमेरिकी, यूरोपीय और भारतीय प्रवासी रहते हैं। हमलावरों की संख्या के बारे में स्पष्टता नहीं है। केन्या के राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख जोसेफ बोइनेट ने इसे संदिग्ध आतंकी हमला बताते हुए कहा, ‘हमें पता है कि हथियारबंद अपराधी होटल में हैं। विशेष बल उनका मुकाबला कर रहे हैं।’ उन्होंने यह नहीं बताया कि हमले में कितने लोगों की मौत हुई और कितने जख्मी हुए हैं।

बहरहाल, केन्या पुलिस के एक अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि निचले खंड पर स्थित रेस्तरां और ऊपरी खंड पर स्थित दफ्तरों में शवों को देखा गया है, लेकिन उनकी गिनती करने का वक्त नहीं था। वहीं अन्य समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने 14 को देखा है। केन नाम के एक चश्मदीद ने बताया कि उसने होटल के प्रवेश द्वार पर पांच शवों को देखा है। उन्होंने कहा कि लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे, जब हम उनकी मदद के लिए भागे तो ऊपर की ओर से गोलीबारी होने लगी और हम जान बचाने के लिए जमीन पर लेट गए। हम केवल दो लोगों को ही गोलीबारी करते हुए देख पाए। केन्या के अस्पतालों ने रक्तदान की अपील है।

वेस्टगेट हमले की तरह ही ऐसा लगता है कि यह हमला भी समृद्ध केन्याई और विदेशी लोगों को निशाना बनाने के लिए किया गया है। कई गाड़ियों को आग लगा दी गई। लोग दहशत में आ गए और चिल्लाते हुए इधर-उधर भाग रहे थे। कुछ लोग जान बचाने के लिए कारों के पीछे तो अन्य फुव्वारों की आड़ में छुप गए थे। ऐंबुलेंस, सुरक्षा बल, बम निष्क्रिय दस्ता और दमकल कर्मी घटनास्थल पहुंच गए और गाड़ियों में विस्फोटक होने के अंदेशे के मद्देनजर उनकी घेराबंदी की गई है।

पुलिस ने कहा कि उन्होंने विस्फोटक से भरी कार को उड़ा दिया। परिसर के गलियारे में एक ग्रेनेड भी देखा गया है, जिसमें विस्फोट नहीं हुआ था। सुरक्षा बलों ने महिलाओं के एक समूह को तेजी से बाहर निकाला। इसके अलावा अन्य लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकाला, क्योंकि हथियारों से लैस सादे कपड़े पहने अधिकारी परिसर में हरेक दुकान पर जाकर जांच कर रहे हैं।

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