केन्द्र सरकार के एक साल हुए पूरे, रमन ने गिनाई मोदी की उपलब्धि
रायपुर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने अपनी दूसरी पारी में केन्द्र में एक साल पूरे कर लिए है जिसे लेकर पूरे देश भर में भाजपा नेता उपलब्धि गिनाने मीडिया से रूबरू हो रहे हैं इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा कि देश की जनता ने जो भरोसा जताया उस पर वे सौ फीसदी खरा उतरे हैं। इस बीच वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को जिस बेहतर ढंग से मोदी जी के मार्गदर्शन में भारत में नियंत्रित किया गया उसे विश्व भर में लोग लोहा मान रहे हैं।
उन्होने कहा कि जिस प्रकार कड़े और महत्वपूर्ण फैसले मोदी जी ने लिए उसमें अनुच्छेद 376 को समाप्त करना, राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त करना, तीन तलाक का फैसला, लद्दाख को अलग केंद्र शाषित राज्य बनाया, काफी बड़ा काम था। उन्होंने कहा कि मोदी ने नारा दिया था सबका साथ, सबका विकास, सबके साथ, इस नारे पर सरकार चली. देश में किसान सम्मान निधि के दायरे में सभी किसान आ गए है. 72 हजार करोड़ किसानों के खाते में डाले गए है. अंतिम घर तक शुद्ध पेयजल की योजना शुरू की. आज ही एक हजार करोड़ रुपए छत्तीसगढ़ सरकार को इस योजना के तहत मिले है. आदिवासी बच्चों के लिए देशभर में 420 एकलव्य विद्यालय शुरू किया. चंद्रयान मिशन के जरिये भारत ने अपनी दुनिया में वाहवाही बटोरी.
रमन सिंह ने कहा कि स्वदेशी, स्वाभिमान और स्वालंबन मोदी का एक बड़ा विजन है. कोविड 19 महामारी के संकट को अवसर में बदलने का काम उन्होंने किया. आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में कदम आगे बढ़ाये. 20 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज मोदी सरकार ने दिया, जो कुल जीडीपी का 20 फीसदी हिस्सा है. इसके साथ गरीब कल्याण योजना के तहत 1 लाख 76 हजार करोड़ का पैकेज दिया गया. जनधन खाते में 500 रुपये डाले गए. कुल 31 हजार करोड़ रुपये दिए गए.
उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर के लिए बिना गारंटी 3 लाख करोड़ लोन दिए जाने का फैसला लिया गया. 12 करोड़ लोग प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष इस सेक्टर से जुड़ते हैं. बिजली डिस्ट्रीब्यूशन कम्पनी के लिए 90 हजार करोड़ की लिक्विडिटी उपलब्ध कराई. किसान, श्रमिक, लघु उधमी सबके लिए पैकेज में प्रावधान किया गया. मनरेगा में 40 हजार करोड़ की वृद्धि हुई. कोविड 19 महामारी से दुनिया त्रस्त है. मोदी सरकार के उठाये कदमों की दुनियाभर में सराहना हुई है. 130 करोड़ आबादी वाले इस देश में 4 हजार 981 लोगों की मौत हुई है. मृत्यु दर 2.7 फीसदी रही. जबकि दुनिया में ये कहीं ज्यादा है. 52 लाख श्रमिकों को गृह राज्य भेजा गया।