कानपुर में दर्जी की बेटी एशियन महिला यूथ हैंडबॉल में भरेगी हुंकार

 कानपुर
 
हौसला बुलंद हो तो जीत निश्चित है, जूनून जीतने का हो तो मंजिल पाना निश्चित है। कानपुर की सपना कश्यप ने इस कहावत को चरितार्थ साबित कर दिया है। गरीबी और संसाधनों के अभाव में पली-बढ़ी सपना ने कभी हार नहीं मानी और मेहनत व प्रतिभा के बल पर भारतीय हैंडबॉल टीम में चयनित होकर शहर का नाम रोशन कर दिया। गुरुवार को टीम में शामिल होने की खबर जैसे ही घर पहुंची तो खुशियां बिखर गईं। रूंधे गले से पिता बोले-आज मेरी बिटिया ने अपने नाम का अर्थ पूरा कर दिया, उस पर नाज है।  
 
उत्तर प्रदेश के कानपुर में माल रोड में किराए के छोटे से कमरे में रहने वाले अशोक कश्यप दर्जी हैं और पूर्व डीआईजी जेपी अवस्थी की टेलरिंग की दुकान में काम करते हैं। पत्नी मिथलेश गृहिणी हैं। एक बेटी कल्पना पतंजलि स्टोर में काम करती तो दूसरी बेटी सपना है। आर्थिक तंगी के बीच परिवार का भरण-पोषण किसी तरह चल रहा है पर इन्हीं सबके बीच सपना ने अपना सपना पूरा करने की ठान ली। शुरू से ही जुझारू और मेहनती स्वभाव की सपना ने लाख दिक्कतें आने पर भी कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और परिवार के सपनों को पंख लगा दिए। वह प्रयास करती रहीं और आखिरकार मेहनत रंग लाई। 24 से 29 जुलाई को लेबनान में होने वाली अंडर-20 हैंडबॉल एशियन चैम्पियनशिप के लिए उसका चयन हो गया। सपना के भारतीय टीम में शामिल होने की घोषणा हैंडबॉल फेडरेशन के महासचिव आनंदेश्वर पाण्डेय ने की। इस उपलब्धि पर एसोसिएशन के  सदस्यों ने सपना को बधाई दी।

हिन्दुस्तान ने जब सपना के पिता अशोक से बातचीत की तो उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। बोले-परिवार का पेट काटकर बिटिया के सपने को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बहुत मेहनत की है। फिर मुस्कराते हुए बोले, मेरी बेटी बहुत बहादुर है। पैसे की तंगी के बावजूद कभी मुझसे कुछ नहीं कहा। यहां तक कि आज तक किसी तरह की शिकायत नहीं की। कुछ पूछने पर मुझे गले लगा लेती और मेरा हौसला बढ़ाती है। 

सेन कॉलेज में सीखीं हैंडबॉल की बारीकियां
सपना कश्यप ने बताया कि माल रोड स्थित एसएससेन इंटर कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की है। यहां पर कक्षा छह में हैंडबॉल की शुरुआत की। उस समय खेल शिक्षिका आशा बक्सरे ने हैंडबॉल की बेसिक चीजों से लेकर हर प्रकार की जानकारी दी। इसके बाद प्रशिक्षक संजय कुमार ने हैंडबॉल में कैसे स्पीड को बनाया जाए और खेल को बेहतर किया जाए, इसके टिप्स दिए।
 
इन प्रतियोगिताओं में दिखाया दम
– 2013 तेलंगाना में स्टेट हैंडबॉल प्रतियोगिता में यूपी से प्रतिभाग किया
– 2014 तेलंगाना में स्टेट हैंडबॉल प्रतियोगिता में साईं से खेलते हुए टीम को द्वितीय स्थान दिलवाया
– 2015 मिर्जापुर में स्टेट हैंडबॉल प्रतियोगिता में साईं से खेलते हुए टीम को चौथा स्थान दिलवाया
– 2016 में लखनऊ में स्टेट हैंडबॉल प्रतियोगिता में यूपी से खेलते हुए द्वितीय स्थान दिलवाया
– 2017 में कनार्टक में स्टेट हैंडबॉल प्रतियोगिता में साईं से खेलते हुए तृतीय स्थान दिलवाया 
– 2018 में हिमाचल प्रदेश में स्टेट हैंडबॉल प्रतियोगिता में साईं से खेलते हुए तृतीय स्थान दिलवाया
– 2019 में महाराष्ट्र में सीनियर नेशनल हैंडबॉल प्रतियोगिता में साईं से प्रतिभाग किया

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