काउंटिंग के दौरान EVM और VVPAT के मिलान में कोई गड़बड़ी नहीं
नई दिल्ली
EVM बनाने वाली कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर एमवी गौतम ने कहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वीवीपैट (वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) से निकली पर्ची के मिलान में कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है.
बीईएल (BEL) द्वारा आयोजित वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गौतम ने कहा कि हाल में हुए लोकसभा चुनाव में ईवीएम और वीवीपैट की पर्चियों के मिलान में कोई मिचमैच नहीं है, ना ही अब तक कोई गड़बड़ी की रिपोर्ट आई है.
एक सवाल के जवाब में गौतम ने कहा, 'ईवीएम में किसी प्रकार की गड़बड़ी के लिए कोई जगह नहीं है. उन्होंने कहा कि बीईएल के पास ये रिकॉर्ड है कि ईवीएम और वीवीपैट में मिसमैच को लेकर एक भी केस नहीं है, मतदान के बाद ही ईवीएम को लेकर सारे विवाद थम गए. राजनीतिक पार्टियां अच्छे तरीके से जानती है कि ईवीएम के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकती है.
ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर गौतम ने कहा, 'असल में देश में लोकतंत्र तभी बच सकता है जब हम वीवीपैट मशीन के साथ ईवीएम का प्रयोग करें, क्योंकि ईवीएम के इस्तेमाल से हम इस बात के लिए निश्चिंत रहेंगे कि मतदान में हेराफेरी के लिए कोई जगह नहीं है. अगर कोई गड़बड़ी हुई भी तो पता चल जाएगा. वहीं, अगर हम बैलेट पेपर का प्रयोग करते हैं तो मतदान में हेराफेरी पर कुछ भी नहीं किया जा सकता है.'
उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि लोकतंत्र को बचाए रखने के लिए जरूरी है कि चुनाव में ईवीएम का ही इस्तेमाल करने के लिए प्रचार करें. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी उम्मीदवार को फिर भी ईवीएम से हुए मतदान को लेकर कोई शक है, तो वे चुनाव के 45 दिन के अंदर कोर्ट का दरवाजा खटखटाने के लिए स्वतंत्र हैं, क्योंकि सभी ईवीएम को अगले 45 दिनों के लिए सुरक्षित स्थान पर रखा गया है.
गौरतलब है कि बीईएल ने चुनाव आयोग (EC)को ईवीएम की 10 लाख यूनिट्स की आपूर्ति की है. इन ईवीएम पर ही देश भर में मतदान कराए गए हैं.