कश्मीर पर राहुल गांधी ने दिल नहीं, दबाव में पलटा बयानः बीजेपी

नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पहले के दिए बयान से पलटने पर बीजेपी ने जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने मन से नहीं, बल्कि परिस्थिति के कारण अपना बयान पलटा है। बीजेपी ने बुधवार को कहा कि राहुल पाकिस्तान के हाथ में खेल रहे हैं। उनके बयान को पड़ोसी देश संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहा है। बीजेपी ने राहुल और कांग्रेस से माफी की भी मांग की है।

बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जवाड़ेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक के बाद एक कई हमले बोले। उन्होंने कहा, 'राहुल का बयान दिवालियापन को दर्शाता है। कश्मीर की जो वास्तविकता नहीं है, राहुल वह बोले हैं। वह पाकिस्तान के हाथ में खेल रहे हैं। पाकिस्तान ने राहुल के बयान को आधार बनाकर संयुक्त राष्ट्र में एक पत्र दिया है।' जावडेकर ने कहा कि जब देश में राहुल का जबरदस्त विरोध होने लगा तब उन्होंने अपने पहले के बयान यू-टर्न ले लिया। बता दें कि राहुल ने आज ट्वीट कर कहा, 'मैं कई मुद्दों पर इस सरकार से असहमति रखता हूं। लेकिन, मैं एक चीज साफ कर देना चाहता हूं कि कश्मीर भारत का आतंरिक मुद्दा है और पाकिस्तान या दुनिया के किसी देश के लिए इसमें दखल देने की कोई जगह नहीं है।' राहुल गांधी ने एक और ट्वीट कर कहा, 'जम्मू-कश्मीर में हिंसा पाकिस्तान प्रायोजित है जो पूरी दुनिया में आतंकवाद का समर्थन के रूप में कुख्यात है।'

कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति
जावड़ेकर ने कहा कि यह राहुल के दिवालियापन से ज्यादा वोट बैंक की राजनीति है। उन्होंने कहा, 'वायनाड से जीतने के बाद क्या राहुल ने सोच भी बदल ली? जिन्होंने देश में आपातकाल लगाया, वह हमें न सिखाएं।'

राहुल ने कश्मीर दौरे के बाद क्या कहा था
दरअसल, कश्मीर दौरे से लौटाए जाने के बाद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए दावा किया कि वहां उन्हें उस बर्बरता का अहसास हुआ जिसको कश्मीरी झेल रहे हैं। राहुल की इस बात की अब पाकिस्तान में चर्चा होने लगी है। उनके ट्वीट को वहां की न्यूज वेबसाइट प्रमुखता से दिखा रही हैं। वहीं पाकिस्तान के मंत्री तक राहुल को इजाजत न मिलने को मुद्दा बना रहे हैं। कश्‍मीर में हालात को लेकर पाकिस्‍तान का मीडिया और इमरान सरकार के मंत्री फर्जी खबरों के आधार पर दुष्‍प्रचार कर रहे हैं।

बीजेपी का एक के बाद एक हमला
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसी राज्य में स्थिति ठीक करने के लिए कुछ पाबंदियां लगाना लोकतंत्र का गला घोंटना नहीं होता है। उन्होंने कहा, 'कश्मीर की जनता ने स्वागत किया है। वहां अब विकास की धारा बहेगी। सारी योजनाएं, कानून वहां लागू होंगे। ऐसे विषय पर ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए। क्यों गए थे कश्मीर? परमिशन लिए बगैर आपका कश्मीर जाने का का उद्देश्य क्या था, भड़काने का था?'

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