करतारपुर कॉरिडोर पर आज भारत-PAK के बीच बातचीत
नई दिल्ली
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान की आज आज अहम बैठक होगी. यह बैठक अटारी-वाघा सीमा पर भारत की तरफ होगी. भारतीय की ओर से केंद्रीय गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, बीएसएफ, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण और पंजाब सरकार के नुमाइंदे होंगे. इस परियोजना पर दोनों देशों द्वारा सहमति जताने के तीन महीने बाद यह बैठक हो रही है. यह कॉरिडोर पाकिस्तानी शहर करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारतीय पंजाब के गुरदासपुर जिले से जोड़ेगा.
50 एकड़ जमीन पर दो चरणों में बनेगा करतारपुर कॉरिडोरभारत पाकिस्तान से अपील कर सकता है कि वह भारतीय तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारे तक बिना पासपोर्ट और वीज़ा के जाने की इजाज़त दे. पिछले साल नवंबर में भारत और पाकिस्तान करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में स्थित डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से जोड़ने के लिए गलियारा बनाने को सहमत हुए थे. करतारपुर में सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपना अंतिम समय बिताया था. करतारपुर साहिब पाकिस्तान के नरोवाल जिले में रावी नदी के पार स्थिति है जो डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से करीब चार किलोमीटर दूर है. सूत्रों ने बताया कि सरकार ने करतारपुर गलियारे के लिए 50 एकड़ जमीन की पहचान की है. इसका दो चरणों में विकास किया जाएगा.
पाकिस्तानी पत्रकारों को वीजा नहींइस बैठक को कवर करने के लिए आना चाह रहे पाकिस्तानी पत्रकारों को वीजा देने से इनकार करने पर भारत सरकार के सूत्रों ने कहा कि यह कोई सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं है जिसे प्रचार की जरूरत हो. हालांकि, पाकिस्तान ने इस पर खेद जताया है. ट्विटर पर पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता डॉ. मोहम्मद फैसल ने कहा कि अफसोस है कि भारत ने करतारपुर बैठक के लिए पाकिस्तानी पत्रकारों को वीजा नहीं दिया है.
भारत-पाकिस्तान के बीच बनाई जाएगी रणनीतिभारत और पाकिस्तान करतारपुर गलियारा बनाने के लिए तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने के वास्ते आज पहली बार मिलेंगे. यह गलियारा पाकिस्तानी शहर करतारपुर में स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारतीय पंजाब के गुरदासपुर जिले से जोड़ेगा. इसमें पाकिस्तान जाने वाले भारतीय तीर्थयात्रियों की बाधा रहित यात्रा के साथ ही तीर्थयात्रियों को खालिस्तानी अलगाववादियों के प्रोपेगेंडा से बचाने को लेकर रणनीति बनाई जा सकती है.