कभी भारतीय सेना का था खबरी, अब बना जैश का खूंखार आतंकवादी
नई दिल्ली
ज्यादा पैसे की लालच ने आशिक अहमद नेंगरू को पुलिस के मुखबिर से एक खूंखार आतंकवादी बना दिया। पुलवामा के ट्रक ड्राइवर नेंगरू को कभी भारत के पक्षधर कश्मीरी के रूप में जाना जाता था, लेकिन आज वह पैसों के लालच में पड़कर भारतीय सीमा में हथियार, नशीले पदार्थ और आतंकवादियों भेजने वाले टॉप के आतंकियों में शुमार हो चुका है।
पंजाब में ड्रोन से हथियार गिराने की साजिश
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पंजाब में खुफिया ड्रोन गिरने के बाद कश्मीर घाटी में उन 40 से ज्यादा आतंकवादियों को दबोचने के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चालाया जिन्हें नेंगरू ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से भारत भेजा था। नेंगरू पीओके में पाकिस्तान के खूंखार आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नया पोस्ट बॉय बनने के बाद से भारत में कुछ बड़ा ऑपरेशन करने को उतावला है।
नेंगरू ने पाकिस्तान में प्रशिक्षण प्राप्त इन आतंकवादियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए जम्मू-कश्मीर में भेजा है जिनमें फिदायिनों के भी कुछ छोटे-छोटे समूह हैं। नेंगरू पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) की मदद से पिछले महीने पंजाब में हथियार उतारने की तैयारी की थी। सीमापार से स्मगलिंग के जरिए भारत में घातक हथियार भेजने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। कितनी दिलचस्प बात है कि कभी नेंगरू की खबर पर घाटी में कई खूंखार आतंकियों को मार गिराया गया था।
कश्मीर में भारत विरोधी नेटवर्क पर गहरी पकड़
नेंगरू पुलवामा के काकापोरा इलाके का निवासी है जो श्रीनगर से 12 किमी दूर पड़ता है। उसने अलगाववादी नेताओं और भारत विरोधी ताकतों के बीच अच्छी पैठ बनाई है। इंटेलिजेंस एजेंसियों के एक डोजियर से पता चलता है कि इसी नेटवर्क के दम पर उसकी श्रीनगर और उसके आसपास के इलाकों में आतंकी गतिविधियों पर गहरी पकड़ बन गई है।