ओली की बढ़ी मुश्किलें, प्रचंड ने मांगा इस्तीफा

काठमांडू

नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और कम्युनिस्ट पार्टी के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड ने प्रधानमंत्री केपी ओली से इस्तीफा मांगा है. पुष्प कमल दहल प्रचंड ने कहा कि प्रधानमंत्री का इस्तीफा दिल्ली ने नहीं, मैंने मांगा है. ओली ने इससे पहले अपनी सरकार गिराने की कोशिश करने का भारत पर आरोप लगाया था, जिसके बाद पुष्प कमल दहल प्रचंड का यह बयान सामने आया है.

नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली भारत के खिलाफ गलत बयानबाजी कर खुद की ही पार्टी में फंस गए हैं. ओली ने भारत पर अपनी सरकार को गिराने और प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए भारत, भारतीय मीडिया और भारतीय दूतावास पर आरोप लगाया था.

अब उनके लिए अपना बयान ही महंगा साबित होने जा रहा है. नेपाल कम्युनिष्ट पार्टी की स्टैंडिंग कमिटी की बैठक के पांचवें दिन पार्टी के चार बड़े नेता कार्यकारी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंड, पूर्व प्रधानमंत्री द्वय माधव नेपाल और झलनाथ खनाल तथा पार्टी उपाध्यक्ष बामदेव गौतम ने एक स्वर में कहा कि यदि भारत इस तरह की साजिश में शामिल है तो प्रधानमंत्री को इसका प्रमाण सार्वजनिक करना चाहिए.

पिछले तीन दिन तक बैठक से नदारद रहने के बाद मंगलवार की बैठक में जैसे ही प्रधानमंत्री आए, तो इन चारों नेताओं ने इस बैठक की सभी एजेंडा को छोड़कर प्रधानमंत्री से भारत पर लगाए आरोपों की पुष्टि करने को कहा. साथ ही इन नेताओं ने कहा कि अगर सिर्फ प्रचार पाने और अपनी कुर्सी बचाने के लिए यह झूठा आरोप लगाया गया है तो नैतिकता के आधार पर पीएम को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. बैठक में जैसे ही ओली के इस्तीफे की बात हुई उसके बाद वह बैठक से उठकर चले गए. बैठक में हुई चाय ब्रेक के बाद भी काफी समय तक ओली बैठक से नदारद रहे.

हालांकि थोड़ी देर बाद ओली फिर स्थायी समिति की बैठक में शामिल हुए और उन्होंने अपनी पार्टी के नेताओं को जवाब देते हुए कहा कि हमारी पार्टी के लोग ही सारी जानकारियां लीक कर रहे हैं. पीएम ओली ने पूछा कि बैठक के अंदर की बातें दिल्ली की मीडिया में हुबहु कैसे पहुंच जाती हैं? पार्टी मीटिंग में बैठे कौन से नेता हैं जो इंडियन मीडिया को खबर पहुंचा रहा है? दूतावास के अधिकारी और दिल्ली मीडिया को जानकारी हमारी अपनी पार्टी के नेता के तरफ से लीक की जा रही है. मेरे पास इस बात के सबूत हैं. क्या मुझे नहीं पता कि मेरे इस्तीफे की मांग क्यों की जा रही है? मुझे नहीं पता कि किसके इशारे पर यह इस्तीफा मांगा जा रहा है.

बहरहाल, भारत पर अपनी सरकार गिराने का आरोप लगाकर ओली फंसते नजर आ रहे हैं. अब पार्टी के नेताओं ने केपी ओली से प्रमाण देने को कहा है. भारत से सीमा विवाद के बीच नेपाल के प्रधानमंत्री के पी ओली अपनी ही पार्टी के भीतर निशाने पर आ गए हैं. नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी की बुधवार को हुई बैठक में प्रधानमंत्री ओली और पार्टी अध्यक्ष पुष्प कमल दहल प्रचंद एक-दूसरे का खुलकर विरोध करते नजर आए. पुष्प कमल दहल प्रचंड नेपाल के दो बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं.

नेपाल में कम्युनिस्ट पार्टी की 45 सदस्यीय स्टैंडिंग कमेटी की बैठक दो बार रद्द होने के बाद बुधवार को हुई. ओली पर ये आरोप लग रहे थे कि उन्होंने पार्टी को हाइजैक कर लिया है और वह तानाशाही तरीके से सरकार चला रहे हैं. बैठक में ओली ने कहा, "मेरे अच्छे कामकाज, देश में समाजवाद स्थापित करने की कोशिशों और राष्ट्रवाद के लिए उनकी प्रतिबद्धता की भी पार्टी के नेता सराहना नहीं कर रहे हैं." ओली ने प्रचंड को जवाब देते हुए कहा, "मुझे अपमानित करके आप यह मत समझिए कि आपका कद ऊंचा हो गया है."

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