एक साथ निकली 12 अर्थियां, हर आंख से बही आंसुओं की धार

उज्जैन
 उन्हेल मार्ग पर सोमवार को हुए दर्दनाक हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई| इस घटना से शहर भर में मातम का माहौल है| मंगलवार सुबह जब 12 अर्थियां एक साथ निकलीं तो हर आंख नम हो गई, हर आँख से आंसुओं का सैलाब फूट पड़ा। अंतिम विदाई देने सांसद, विधायक कलेक्टर, कमिश्नर सहित बड़ी संख्या में लोग चक्रतीर्थ मुक्तिधाम पहुंचे। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को दो-दों लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने की घोषणा की है।

इस हादसे में अर्जुन कायत का तो पूरा परिवार ही खत्म हो गया। दुर्घटना में वह खुद, पत्नी राजूबाई, बेटा, दो बेटी इस हादसे का शिकार हो गए। इसके खुद के परिवार में तो कोई कंधा देने वाला भी नहीं बचा । समाज के लोगों ने इनकी शव यात्रा धर्मशाला से निकाली। दुर्घटना में मरने वाले सभी मृतक अर्जुन के रिश्तेदार है। मृतकों में अर्जुन पिता लक्ष्मीनारायण कायत निवासी महेश नगर, बहन तेजाबाई पति रमेश सौलंकी निवासी वृंदावनपुरा, अर्जुन की पत्नि राजूबाई, बेटी रवीना,  छोटी बेटी अंजली, बेटा शुभम, अर्जुन की नातिन और रविना की 14 महीने की बेटी कशिश शामिल है। इसके अलावा अर्जुन के भतीजे धर्मेंद्र पिता देवचंद कायत निवासी नगरकोट, धर्मेंद्र की 13 वर्षीय बेटी सलोनी, कुलदीप पिता शिवनारायण, कुलदीप का संगा छोटा भाई चंचल और अर्जुन की पत्नि की 6 वर्षीय भतीजी राधिका भी मौत हुई है। भतीजे अशोक पिता गौरीशंकर कायत ने बताया कि वेन में सवार सभी लोग नागदा में रिश्तेदार की शादी में शामिल होने के लिए गए हुए थे। लौटते वक्त सभी लोग लोग ठंड होने के चलते एक ही गाडी में सवार होकर आए थे। 

हादसा सोमवार रात को 1 बजे उज्जैन-उन्हेल मार्ग पर हुआ | जब रामगढ़ फंटे के पास वैन और कार की टक्कर हो गई थी।  चश्मदीद दीपक कायत ने बताया कि उज्जैन की ओर से तेज गति से आ रही कार ने वैन को टक्कर मार दी। वैन करीब 50 फीट दूर जाकर रुकी। पुलिस और एंबुलेंस की मदद से रात एक बजे घायलों और मृतकों को जिला अस्पताल पहुंचाया। 

सहायता राशि की घोषणा

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने उज्जैन सड़क हादसे पर दुख जताया। उन्होंने मृतकों के परिवार के संवेदना व्यक्त करते हुए आर्थिक सहायता की घोषणा की है। राज्य शासन ने सभी मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2-2 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। इसके अलावा घायलों का निशुल्क समुचित उपचार कराने के भी निर्देश दिए हैं।

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