उच्च शिक्षा विभाग ने 47 प्रोफेसरों के प्रतिनियुक्तियां खत्म कर वापस बुलाया
भोपाल
उच्च शिक्षा विभाग ने 47 प्रोफेसरों के अटैचमेंट और प्रतिनियुक्तियां खत्म कर वापस बुला लिया है। इसके बाद भी भोज मुक्त विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने प्रोफेसरों को रीजनल डायरेक्टर अंशकालीन बनाने के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है। भोज ने 11 शिक्षकों को दस हजार रुपए के मानदेय देने विज्ञापन दिया है। जबकि विभाग वर्तमान में पदस्थ आरडी के अटैचमेंट खत्म ही नहीं किए हैं, जिनकी स्वीकृति विभाग ने पूर्व में ही नहीं दी है।
राजीव तिवारी सतना पीजी कालेज में पदस्थ हैं। इसी तरह एसएस परिहार रीवा पीजी कालेज, सुमेर सिंह बड़वानी पीजी कालेज, एनके जैन छिदंवाड़ा पीजी कालेज, ओएन चौबे होशंगाबाद नर्मदा पीजी कालेज, जबलपुर अल्केश चतुवेर्दी इतिहास का प्रोफेसर और सचिन शर्मा इंदौर निजी कालेज में प्रोफेसर हैं। उन्हें नियमों के खिलाफ आरडी बनाया गया है। विभाग ने सभी प्रोफेसरों के अटैचमेंट और प्रतिनियुक्तियां खत्म कर दी हैं। इसमें उन्होंने भोपाल आरडी रविंद्र कुमार योद्धा तक को वापस बुला लिया है। विभाग ने शेष आरडी को वापस नहीं बुलाया है, लेकिन विवि ने 11 रीजनल केंद्रों पर शिक्षकों को नियुक्त करने का विज्ञापन जारी कर दिया है। जबकि कालेजों में प्रोफेसरों की कमी बनी हुई है।
भोपाल, जबलपुर, रीवा, सतना, इंदौर, ग्वालियर, बडवानी, होशंगाबाद, छिंदवाड़ा, सागर और उज्जैन शामिल हैं। सागर में केंद्रीय विवि के प्रोफेसर दिवाकर राजपूत को आरडी का प्रभार दिया गया है। जबकि ग्वालियर में जीवाजी विवि के प्रो. एपीएस चौहान को हटाकर पद को रिक्त कर रखा है। भोज ने आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 फरवरी रखी है। आवेदन विभाग से अग्रेषित होना अनिवार्य किया गया है। अब विभाग से आरडी बनने के लिए प्रोफेसरों को एनओसी लेना होगी। जबकि मंत्री जीतू पटवारी अटैचमेंट और प्रतिनियुक्ति खत्म कर प्रोफेसरों कालेजों में भेजने की तैयारी करा रहे हैं।
मंत्री पटवारी के निर्देश पर विभाग ने 47 प्रोफेसरों के अटैचमेंट और प्रतिनियुक्तियां समाप्त कर तलब किया गया था। इसमें अभी तक महज तीस प्रोफेसर ही आमद दर्ज करा पाए हैं। अभी भी 17 प्रोफेसर अभी तक विभाग तक पहुंच ही नहीं पाए हैं। उनके खिलाफ क्या एक्शन लेना चाहिए। इसके लिए विभाग में फाइल तैयार हो रही है।