इन दिग्गज नेत्रियों पर मंथन जारी, जल्द सौंपा जा सकता है बड़ा पदभार

भोपाल
प्रदेश की तीन वरिष्ठ व अनुभवी महिलाएं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व पूर्व केन्द्रीय मंत्री उमा भारती को लोकसभा चुनाव की टिकट से वंचित रखा गया। अब बीजेपी उनके लिए नए दायित्‍व का विकल्प तलाश रही है। पार्टी हाईकमान के सूत्रों के अनुसार उन्हें बड़े राज्यों का राज्यपाल भी बनाया जा सकता है।

ताई का टिकट बेशक 75 साल की आयुसीमा पार होने के कारण काटा गया था, लेकिन तब उन्होंने खुद ही चुनाव लड़ने से मना कर दिया। विदिशा से सांसद रही सुषमा स्वराज ने खुद ही स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया था। पार्टी नेताओं का कहना है कि जल्द ही ऐसे दिग्गज नेताओं को कहीं न कहीं एडजस्ट किया जा सकता है जिन्हें चुनाव की मुख्यधारा से अलग किया गया है। 

तीनों महिला नेत्रियों की खास बात यह है कि तीनों एक ही पार्टी बीजेपी से संबंधित है और उन्होंने अपनी योग्यता व अनुभव के दम पर पार्टी के लिए काम किया है। तीनों ने उस समय पार्टी का विस्तार किया व चुनाव जीते जब बहुत कम नेता बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीत पाते थे। अब जबकि वह पूरी तरह से पार्टी में सक्रिय नहीं हैं तो पार्टी उन्हें मुख्य विचारधारा से जोड़ने के लिए मंथन कर रही है।

गौरतलब है कि सुमित्रा महाजन 1989 से इंदौर से लगातार 2014 तक सांसद चुनी गईं। अटल सरकार में मंत्री भी रहीं। सुषमा स्वराज भी 2009 में लोकसभा में विपक्ष की नेता रह चुकी हैं। केंद्रीय मंत्री रहीं हैं। दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उमाभारती की अगुआई में भाजपा ने 2003 में मध्यप्रदेश में धमाकेदार वापसी की थी। यहीं बड़ी वजह है कि पार्टी उन्हें जल्द से जल्द कोई बड़ी जिम्मेवारी सौंपकर सक्रिय रुप में देखना चाहती है।

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