आम्रपाली प्रोजेक्ट में फंसे घर खरीदारों के लिए अच्छी खबर 

 ग्रेटर नोएडा 
आम्रपाली की परियोजनाओं में फंसे 47062 फ्लैट को पूरा करने के लिए नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनबीसीसी) ने खाका खींच लिया है। इन सभी परियोजनाओं को पांच चरणों में पूरा किया जाएगा। ये परियोजनाएं 9 महीने से लेकर 3 साल तक के समय में पूरी हो जाएंगी। इस पर करीब 8327 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

आम्रपाली के प्रोजेक्ट को पूरा कराने के लिए उच्चतम न्यायालय ने कोर्ट रिसीवर नियुक्त किया हुआ है। उनकी अगुवाई में प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा रहा है। फंसे हुए प्रोजेक्टों को पूरा करने के लिए एनबीसीसी ने योजना तैयार कर ली है। इन प्रोजेक्ट्स को पांच चरणों में पूरा किये जाने का खाका खींचा गया है। सबसे कम फ्लैट पांचवें चरण में हैं, जबकि सबसे अधिक यूनिट दूसरे चरण में हैं। सभी चरणों में कुल 47062 फ्लैट हैं। इनमें से 38646 फ्लैट निर्माणाधीन हैं। इन प्रोजेक्ट को पूरा कराने के लिए 8327 करोड़ रुपये लगेंगे। पांचों चरणों को अलग-अलग समय में पूरा किया जाएगा। पूरा काम तीन साल में होने की उम्मीद है। प्रोजेक्टों की फॉरेंसिक जांच के बाद आई रिपोर्ट के आधार यह योजना बनाई गई है।

दूसरे चरण में सबसे अधिक फ्लैट : पहले चरण में नोएडा के जोडिएक, सफायर, प्रिंसले, सिलिकॉन व ग्रेटर नोएडा के सेंचुरियन पार्क प्रोजेक्ट शामिल हैं। इसमें 4452 निर्माणाधीन यूनिट हैं। इन यूनिटों को पूरा करने में 9 महीने से 2 साल तक का समय लगेगा। जबकि दूसरे चरण में नोएडा के प्लेटिनम एंड टाइटेनियम, हर्ट बीट, सिलिकॉन सिटी-क्रस्टल होम्स और ग्रेटर नोएडा के गोल्फ होम्स, किंगवुड, लेजर पार्क फेस-1 शामिल हैं। इस चरण में 10607  यूनिट निर्माणाधीन हैं। इसी चरण में सबसे अधिक यूनिट हैं। इस चरण को पूरा करने में 9 महीने से लेकर 3 साल तक का समय लगेगा।

खरीदार जमा करा रहे पैसा : आम्रपाली के खरीदार पैसे भी जमा करा रहे हैं। सेंचुरियन पार्क के खरीदार अमित गुप्ता ने बताया कि इस प्रोजेक्ट से फ्लैट खरीदार पैसा जमा कर रहे हैं। अब तक 20 करोड़ रुपये से अधिक पैसा जमा किया जा चुका है। यह प्रक्रिया चलती रहेगी।

तीसरे चरण के सारे प्रोजेक्ट ग्रेटर नोएडा के
तीसरे चरण में सारे प्रोजेक्ट ग्रेटर नोएडा के हैं। इसमें ड्रीम वैली फेस-1, ड्रीम वैली, सेंचुरियन पार्क, लेजर पार्क, लेजर वैली-विला, लेजर वैली आर्दश आवास योजना शामिल हैं। इसमें 9817 यूनिट निर्माणाधीन हैं। इन्हें भी पूरा करने में 9 महीने से तीन साल तक का समय लगेगा। चौथे चरण में भी ग्रेटर नोएडा के ही प्रोजेक्ट हैं। इसमें ड्रीम वैली फेस-2, लेजर वैली वरोना शामिल हैं। इसमें 13226 यूनिट निर्माणाधीन हैं। इसको पूरा करने के लिए एक साल से लेकर 3 साल तक का समय चाहिए। पांचवें चरण में ग्रेटर नोएडा का एक प्रोजेक्ट है। टेक पार्क में 487 यूनिट हैं, जो निर्माणाधीन हैं। इसको पूरा करने में तीन साल तक का समय लगेगा।

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