आईपीएस ने की मंत्री की शिकायत
भोपाल
मध्य प्रदेश में अवैध रेत का उत्खनन सरकार के लिए गले की फांस बन गया है । प्रदेश का शायद ही कोई ऐसा जिला हो जहां रेत निकलती हो और वहां रेत का अंधाधुंध अवैध खनन ना हो रहा हो। हैरत की बात यह है कि अवैध रेत उत्खनन को लेकर अब सत्ताधारी पार्टी के अंदर ही तलवार खींचने लगी है। बीते दिनों अपने जिले में अंधाधुंध रेत उत्खनन का आरोप लगाने वाले सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री के खिलाफ उन्हीं के पार्टी के विधायक लामबंद हो गए हैं।
दरअसल मंत्री जी ने अपने क्षेत्र में हो रहे अंधाधुंध रेत उत्खनन के लिए पुलिस के आला अधिकारियों तक को जिम्मेदार ठहरा दिया था और यहां तक कह दिया था कि हर थाने को रेत के अवैध उत्खनन से 50 से 70 लाख रू प्रति माह की आय हो रही है। अब उन्हीं के पार्टी के कुछ विधायकों ने जो उसी क्षेत्र से आते हैं पुलिस के एक आला अधिकारी के साथ जाकर मुख्यमंत्री से मंत्री जी की शिकायत की है और अधिकारी ने सीधे मंत्री जी पर अवैध वसूली की डिमांड करने का आरोप लगा दिया है। मुख्यमंत्री ने जब मंत्री से इस संबंध में बात की तो मंत्री जी ने आरोपों को सिरे से नकार दिया और अपने इस्तीफे तक की धमकी देते हुए जांच की बात कही ।हैरत की बात यह है कि मंत्री जी की शिकायत करने वाले दोनों विधायक जिस गुट से आते हैं मंत्री जी उस गुट के धुर विरोधी माने जाते हैं ।ऐसे में गुटबाजी की शिकार प्रदेश की कांग्रेस सरकार के लिए विधायकों का यह अंतर्द्वंद आने वाले समय में सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है।