अहमद पटेल से हुई है अब तक 26 घंटे की पूछताछ, 14,500 करोड़ रुपये के घोटाले का है पूरा केस 

नई दिल्ली
दिग्गज कांग्रेसी नेता अहमद पटेल से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने स्टर्लिंग बायोटेक बैंक फ्रॉड केस में तीन दिनों में कुल 128 सवाल पूछे हैं. गुरुवार को भी उनसे केस के सिलसिले में 8 घंटे तक पूछताछ हुई. ईडी की तीन सदस्यीय एक टीम ने मंगलवार को 10 घंटे तक पूछताछ की थी, वहीं शनिवार को भी उनसे ईडी ने कुल 8 घंटे तक पूछताछ की.

तीन दिनों के सवाल-जवाब में अहमद पटेल से कुल 26 घंटे तक पूछताछ हुई है, जिसमें से मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में कुल 128 सवाल दागे गए. ईडी गुजरात के चेतन संदेसरा और नितिन संदेसरा के साथ अहमद पटेल का लिंक जानना चाहती है. पूछताछ के बाद, अहमद पटेल ने कहा कि मैंने उन सभी सवालों के जवाब दिए हैं जो मुझे उनकी संतुष्टि के लिए पूछे गए थे. उन्होंने बताया कि मेरा सवाल खत्म हो गया है. सभी सवाल आरोपों पर आधारित थे और उनके पास मेरे खिलाफ कोई प्रत्यक्ष सबूत नहीं है. सरकार पर निशाना साधते हुए, अहमद पटेल ने आगे कहा, 'यह मेरे खिलाफ प्रतिशोध और राजनीतिक उत्पीड़न है. मैं नहीं जानता कि वे (ईडी के अधिकारी) किसके दबाव में काम कर रहे हैं.

14,500 करोड़ रुपये के फ्रॉड का है केस
वित्तीय जांच एजेंसी फरार आरोपी चेतन संदेसरा और नितिन संदेसरा के साथ कथित संबंधों के बारे में अहमद पटेल के बयान दर्ज कर रही है. संदेसरा घोटाला, पीएनबी घोटाले से भी बड़ा बताया जा रहा है. स्टर्लिंग बॉयोटेक कंपनी लिमिटेड और संदेसरा ग्रुप के तीनों प्रमोटर्स (नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा) ने पहले तो फर्जी कंपनियां बनाईं फिर कई बैंकों को करीब 14,500 करोड़ रुपये का चूना लगाया. पूछताछ के दौरान, सूत्रों के मुताबिक अहमद पटेल इस केस में गवाहों और संदिग्धों द्वारा दिए गए बयानों से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे थे.

संदेसरा बंधु से संबंध को लेकर हो रही है पूछताछ
 मिली जानकारी के मुताबिक अहमद पटेल से चेतन संदेसरा और नितिन संदेसरा के साथ उनके कथित संबंधों के बारे में पूछा गया था और उन आरोपों पर भी सवाल दागे गए, जब उनके द्वारा उनके दिल्ली स्थित निवास पर कई मौकों पर भारी मात्रा में नकदी पहुंचाई गई थी. शनिवार को, अहमद पटेल ने आरोप लगाया था कि सरकार आर्थिक, स्वास्थ्य और राष्ट्रीय सुरक्षा संकट का प्रबंधन करने में अपनी विफलता से ध्यान हटाने के लिए उन्हें और अन्य विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही है.

'हमारे पास छुपाने को कुछ भी नहीं'
उन्होंने कहा, 'महामारी और चीन से लड़ने के बजाय, यह सरकार विपक्ष से लड़ने के लिए तैयार है. बहरहाल, हमारी राय साफ है. हमारे पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है और न ही हम सरकार की विफलताओं और उनके पिछले भ्रष्टाचार की आलोचना करने और उन्हें उजागर करने से डरते हैं.' अधिकारियों के मुताबिक दिग्गज कांग्रेस नेता के बयान प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं. मिली जानकारी के मुताबिक मामले में जांच के दौरान एक प्रमुख गवाह ने चेतन संदेसरा, अहमद पटेल, उनके बेटे फैसल पटेल और दामाद इरफान सिद्दीकी के बीच संबंध का खुलासा किया था.

दामाद का भी सामने आया नाम!
संदेसरा समूह के एक कर्मचारी सुनील यादव ने अपने बयान में आरोप लगाया था कि चेतन संदेसरा कथित तौर पर अहमद पटेल के दामाद इरफ़ान सिद्दीकी को भारी मात्रा में नकदी सौंपते थे. सुनील ने आरोप लगाया कि अहमद पटेल के आवास का इस्तेमाल बैठकों के लिए भी किया जाता था. सुनील यादव ने अपने कथित बयान में कहा कि चेतन संदेसरा मुख्यालय के रूप में अहमद पटेल के निवास स्थान (23, मदर टेरेसा क्रिसेंट रोड, दिल्ली) का जिक्र करता था. चेतन और गगन धवन अहमद पटेल के आवास पर जाते थे. वे कम से कम 25-30 बार इस पते पर गए थे, बैठकें की थीं. चेतन और गगन धवन द्वारा फोन पर महाजन (अहमद पटेल के पीए) के जरिए बैठकें तय होती थीं.

ईडी का आरोप है कि सिद्दीकी की दिल्ली के वसंत विहार में एक आवासीय संपत्ति है जिसे संदेसरा की ओर से खरीदा गया था. प्रवर्तन निदेशालय ने पहले ही गुजरात स्थित फार्मास्युटिकल फर्म स्टर्लिंग बायोटेक के खिलाफ हजार करोड़ बैंक धोखाधड़ी और मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में अहमद पटेल के दामाद इरफान सिद्दीकी से पूछताछ की है.

बेटे से भी हो चुकी है पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय ने पहले ही गुजरात स्थित फार्मास्युटिकल फर्म स्टर्लिंग बायोटेक के खिलाफ हजार करोड़ बैंक धोखाधड़ी और मनी-लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में अहमद पटेल के दामाद इरफान सिद्दीकी से पूछताछ की है. अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल से भी इसी मामले में ईडी ने पूछताछ की थी. अहमद पटेल कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं और सोनिया गांधी के करीबी नेता माने जाते हैं. अहमद पटेल गुजरात से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य हैं. कथित रूप से 14,500 करोड़ रुपये के बैंक लोन फ्रॉड को वड़ोदरा स्थित फार्मा फर्म ने अंजाम दिया है. इस कंपनी के मुख्य प्रमोटर नितिन संदेसरता, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा फिलहाल फरार हैं.

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