अवैध कब्जा, डकैती, धोखाधड़ी.. आजम पर अब तक दर्ज हो चुके हैं 82 मुकदमे

 रामपुर 
सपा सांसद आजम खां के खिलाफ नदी, चकरोड, सरकारी जमीनों से लेकर किसानों की जमीनों पर अवैध तरीके से कब्जा करने के आरोप हैं। इन आरोपों के कारण प्रशासन उन्हें भू-माफिया घोषित कर चुका है। डकैती की साजिश रचने से लेकर शत्रु संपत्ति कब्जाने तक में आजम खां फंस चुके हैं। उन पर दर्ज मुकदमों की फेहरिस्त दिनोंदिन लंबी होती जा रही है। हालात ये हैं कि अब तक उनपर 82 मुकदमें दर्ज हो चुके हैं।

सपा सरकार में यूपी के सबसे कद्दावर नेता माने जाने वाले मोहम्मद आजम खां योगी सरकार आने के बाद से मुसीबत में पड़ गए हैं। विधायक स्वार एवं आजम के छोटे बेटे अब्दुल्ला आजम के दो पेनकार्ड बनवाने में सहयोग का आरोप हो या फिर जौहर विश्वविद्यालय में करोड़ों का सेस बकाया का मामला, जौहर विवि के गेस्ट हाउस का प्रकरण हो या चकरोड कब्जाने का आरोप, एक के बाद एक आजम के खिलाफ मुकदमें दर्ज हो रहे हैं। स्थिति यह है कि थानों से लेकर स्थानीय कोर्ट, राजस्व परिषद से लेकर हाईकोर्ट तक उनके मामले चल रहे हैं।

योगी सरकार आते ही बढ़ीं मुश्किलें

आजम की मुश्किलें योगी के सत्तासीन होते ही बढ़ने लगी थीं। सबसे पहले जौहर यूनिवर्सिटी में कस्टोडियन की जमीन का मामला प्रकाश में आया था। इसमें शासन ने डीएम को जांच कराने का आदेश दिया था। तत्कालीन जिलाधिकारी शिवसहाय अवस्थी ने इसकी जांच कराई थी। उन्होंने शासन को अपनी आख्या भेजी थी। डीएम ने लिखा था कि जौहर यूनिवर्सिटी परिसर में कस्टोडियन की जमीन है, जिस पर यूनिवर्सिटी का कब्जा है। इसके बाद जल निगम में भर्तियों में गड़बड़ी, चकरोड की जमीनों पर अवैध कब्जे, सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप लगे। तमाम मामलों में एसआईटी गठित कर जांच शुरू हुई।

चुनाव में हर दिन हुए मुकदमे, लगा प्रतिबंध

लोकसभा चुनाव के दौरान आजम खां ने हर दिन विवादित बयान दिया। प्रशासन से लेकर शासन तक पर निशाना साधा। अमर्यादित बयानबाजी के लिए उनके खिलाफ कमोवेश हर दिन मुकदमें होते रहे। कुल 14 मुकदमें हुए, जिनमें चार्जशीट लगाई गई। इनमें सबसे ज्यादा सुर्खियों में जयाप्रदा और डीएम आन्जनेय कुमार सिंह पर विवादित बयान रहा। आयोग ने आजम खां पर प्रतिबंद भी लगाया।

सर्वाधिक मुकदमे जमीनों पर कब्जे के

आजम खां पर सबसे अधिक मुकदमें किसानों की जमीनें कब्जाने के आरोप में दर्ज हुए हैं। अजीमनगर थाने में उनके खिलाफ 29 मामले दर्ज हैं। जबकि, शत्रु संपत्ति कब्जाने, सरकारी पेड़ कटवाने, नदी की रेतीली जमीन कब्जाने के आरोप में भी मुकदमें दर्ज हुए हैं।

भैंस, गाय, बकरियां खुलवाने के इल्जाम

यतीमखाना प्रकरण में आजम पर 11 मुकदमें दर्ज हुए हैं। इन सभी में उन पर डकैती डलवाने, भैंस, गाय, बछड़ा, बकरियां जबरन खुलवाने के आरोप लगे हैं।

धोखाधड़ी से लेकर धमकानें तक में मुकदमा

बेटे के पासपोर्ट, जन्म प्रमाण पत्र में धोखाधड़ी करने से लेकर पड़ोसी को धमकाने, घर पर कब्जा करने की नीयत से मारपीट कराने तक के आरोप लगे हैं।

पत्नी-बेटों पर भी दर्ज हैं मुकदमे

बिजली चोरी से लेकर सरकारी जमीन कब्जाने तक के आरोप में आजम खां की पत्नी एवं राज्यसभा सदस्य तजीन फात्मा, बेटा अब्दुल्ला आजम और अदीब आजम के खिलाफ भी कई मुकदमें अब तक दर्ज हो चुके हैं।

दूसरे जनपदो में भी हैं मुकदमे

आजम खां पर सिर्फ रामपुर में ही मुकदमे दर्ज नहीं हैं। उनके खिलाफ यूपी के दूसरे शहरो में भी मुकदमें चल रहे हैं। प्रयागराज में 18 मामलों पर सुनवाई चल रही है। वहीं राजस्व परिषद में भी उनके खिलाफ वाद दायर हैं।

आजम खां पर ये मामले दर्ज

-14 मुकदमें चुनाव के दौरान भड़काऊ बयानबाजी के दर्ज, आरोप पत्र दाखिल।
-1 सेना पर विवादित बयान देने में सिविल लाइंस में मुकदमा दर्ज, आरोप पत्र दाखिल।
-1 मुकदमा विधायक बेटे अब्दुल्ला की जन्म प्रमाण पत्र में धोखाधड़ी का, आरोप पत्र दाखिल।
-2 मुकदमें चुनाव जीतने के बाद जयाप्रदा पर अमर्यादित बयानबाजी के आरोप में दर्ज।
-1 मुकदमा पासपोर्ट बनवाने में धोखाधड़ी का, अभी विवेचनाधीन।
-29 मुकदमें अजीमनगर थाने में दर्ज, जौहर विवि के लिए किसानों की जमीन कब्जाने का आरोप।
-1 मुकदमा कस्टोडियन की जमीन कब्जाने के आरोप में दर्ज।
-2 मुकदमा कोसी की सरकारी जमीन कब्जाने, पेड़ काटने का दर्ज।
-11 मुकदमें यतीमखाना प्रकरण को लेकर दर्ज, भैंस से लेकर बकरी चोरी कराने तक का आरोप।
-10 वाद दलितों की जमीन कब्जाने के दर्ज हुए।
-4 मामले चकरोडों पर अवैध रूप से कब्जा करने के दर्ज।
-2 मुकदमें मारपीट, धमकाने, अवैध कब्जे के प्रयास में दर्ज।
-4 मुकदमें गंज और कोतवाली में धमकाने के आरोप में दर्ज।

हमारे परिवार को खत्म करना चाहता है सिस्टम: अब्दुल्ला

सपा विधायक अब्दुल्ला आजम ने शासन-प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाया है। कहा हम और हमारे परिवार को सरकार व सिस्टम खत्म करना चाहता है। उन्होंने कहा कि जुल्म की इंतेहा हो गई है, जो नफरत न सिर्फ हमें, बल्कि आपको भी मिटा देगी। लगातार एक के बाद एक मुकदमे दर्ज होने की बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि गरीबों-मजलूमों के बच्चों की तालीम का इंतजाम करना ही हमारी खता है। हमारी दूसरी खता लोकसभा चुनाव जीतना रही। इसी खता की सजा दी जा रही है। मेरी 80 साल की फुफ्फो को पुलिस घसीटकर थाने ले गई। मेरी बालिदा और भाई के आज बयान लिए गए हैं। मेरे दोस्त को दो दिन से पुलिस उठाकर ले गई है। उसे टॉर्चर किया जा रहा है। हमें, हमारे परिवार को, हमारे मिलने वालों को सताया जा रहा है। हम किससे कहें, कमजोर लोग हैं। कुछ भी कहने से न तो बेगुनाही साबित होगी और न ही सरकार व सिस्टम में बैठे लोग जुल्म करना कम करेंगे। लेकिन, ये नफरत की आग सब मिटा देगी, आज हमारा नंबर है, कल आपका भी होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *