अमेरिका में दाखिले से पहले सरकार जारी करेगी अडवाइजरी

 
नई दिल्ली 

अमेरिका में भारतीय छात्रों के खिलाफ कार्रवाई के बाद भारत सरकार ने अमेरिका में एडमिशन के लिए अडवाइजरी जारी करने का फैसला किया है। अमेरिकी प्रशासन के सख्त कदम उठाए जाने के बाद इसका असर भारत-अमेरिका के संबंधों पर भी पड़ सकता है। यह मामला ऐसे समय पर सामने आया है, जब दोनों देशों के बीच एच1बी वीजा को लेकर मतभेद सामने आ रहे हैं।  

मालूम हो कि अमेरिका में 'पे ऐंड स्टे' यूनिवर्सिटी वीजा घोटाले में एमिग्रेशन और कस्टम्स विभाग ने 129 भारतीय छात्रों को गिरफ्तार किया था। छात्रों की मदद के लिए 24/7 हॉटलाइन भी शुरू की है। इन छात्रों पर आरोप है कि इन्होंने अमेरिका में बसे रहने के लिए एक फर्जी यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया। सूत्रों के अनुसार शनिवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस मामले में हाई लेवल मीटिंग कर स्थिति की समीक्षा की। भारत सरकार का तर्क है कि भारतीय स्टूडेंट वहां हो रहे फ्रॉड में फंस गए, जिसमें इनका कोई हाथ नहीं था। 

विदेश मंत्रालय के अनुसार अमेरिका में फर्जी यूनिवर्सिटी घोटाले का यह पहला ऐसा केस है। अमेरिकी प्रशासन की आंख में धूल झोंककर अगर कुछ हो रहा है तो उसमें भारत सरकार कुछ नहीं कर सकती है। सूत्रों के अनुसार इस घटना से सीख लेते हुए दाखिला मौसम से पहले नई अडवाइजरी जारी की जाएगी। 

डिमार्श क्या होता है 
यह विदेश मंत्रालय की ओर से किसी दूसरे देश को जोर देकर और तेजी से कार्रवाई करने का आग्रह किया जाता है तो यह डिमार्श होता है। पिछले पांच साल में अमेरिकी सरकार को पहली बार डिमार्श जारी हुआ है। 

हॉटलाइन सर्विस 
अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने अमेरिकी अथॉरिटी द्वारा गिरफ्तार किए गए 129 स्टूडेंट्स के लिए 24/7 हॉटलाइन सर्विस शुरू की है। बता दें कि दो नंबर 202-322-1190 और 202-340-2590 चौबीसों घंटे सेवा में हैं। गिरफ्तार स्टूडेंट के दोस्त और परिजन दूतावास से cons3.washington@mea.gov.in पर सम्पर्क कर सकते हैं। इस फ्रॉड का भंडाफोड़ होने के बाद प्रभावित स्टूडेंट की मदद के लिए एक नोडल ऑफिसर को तैनात किया गया है। यह ऑफिसर इससे संबंधित सभी मामलों में कॉर्डिनेट करेंगे। 
 

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