अमेरिका ने सौंपा अल कायदा का बड़ा आतंकी
नई दिल्ली
अमेरिका से पिछले दो दिनों से लगातार खुशखबरी मिल रही है। आज पता चला है कि अमेरिका ने अल कायदा के बड़े आतंकवादी मोहम्मद इब्राहिम जुबैर को भारत को सौंप दिया है। उसे 19 मई को ही भारत लाया गया और पंजाब के अमृतसर स्थित एक क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। हैदराबाद का रहने वाला जुबैर अल कायदा की फाइनैंसिंग का काम देखता था। उसे अमेरिकी अदालत में आतंकवादी घटनाओं में दोषी पाया गया।
मूल रूप से हैदराबाद का निवासी है जुबैर
जुबैर ने हैदराबाद से ही पढ़ाई की है। बाद में वह अमेरिका चला गया और उसने अमेरिकी नागरिकता भी हासिल कर ली। बाद में आतंकी संगठन अल कायदा में शामिल हो गया और संगठन के खूंखार आतंकवादी अल अवलाकी का सहायक बन गया। अवलाकी का पूरा नाम अनवर नसीर अल अवलाकी है जो यमन मूल का अमेरिकी नागरिक है। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, वह अल कायदा में आतंकवादियों की भर्ती की जिम्मेदारी संभालता है और आतंकवादी हमलों की योजना बनाने में माहिर है।
अमेरिका ने बुधवार को भी दी थी खुशखबरी
ध्यान रहे कि बुधवार को एक सीनियर अमेरिकी डिप्लोमेट ने भारत-चीन सीमा विवाद पर भारत का समर्थन किया। दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों से जुड़ी अमेरिका की वरिष्ठ राजनयिक एलिस जी वेल्स ने थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल से कहा था कि चीन यथास्थिति को बदलने की कोशिश के तहत भारत से लगती सीमा और दक्षिणी चीन सागर में लगातार आक्रामक रुख अपना रहा है। वेल्स के इस बयान पर चीन तिलमिला उठा है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान वेल्स की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अमेरिकी राजनयिक की टिप्पणी केवल बकवास है।