अमेरिका ने पाकिस्तान और चीन को फिर निगरानी सूची में रखा

वॉशिंगटन
पाकिस्तान में गैर-मुस्लिम और चीन में मुसलमानों की धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति कितनी खराब है यह दुनिया से छिपा नहीं है। अमेरिका ने एक बार फिर पाकिस्तान और चीन को उन देशों की उस सूची में रखा है, जहां धार्मिक आजादी चिंताजनक स्थिति में है यानी धर्म के आधार पर लोगों के साथ भेदभाव और उत्पीड़न होता है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पॉम्पिओ ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

इस लिस्ट में पाकिस्तान और चीन के अलावा म्यांमार, इरीट्रिया, ईरान, उत्तर कोरिया, सऊदी अरब, तजाखिस्तान, तुर्केमिनिस्तान को रखा गया है। माइक पॉम्पिओ ने कहा कि सूची में शामिल देश धार्मिक स्वतंत्रता के गंभीर उल्लंघन में संलिप्त हैं या अपने यहां ऐसा होने दे रहे हैं।

विदेश विभाग ने धार्मिक स्वतंत्रता के अति गंभीर उल्लंघनों का आरोप लगाकर रूस, कोमोरोस, उज्बेकिस्तान को दोबारा विशेष निगरानी सूची में रखा है। इसमें क्यूबा, नाइजीरिया और सूडान को भी शामिल किया गया है।

हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने भी कहा है कि पाकिस्तान में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति लगातार खराब हो रही है। वहां के हिंदू और ईसाई समुदाय सबसे ज्यादा खतरे में हैं। इन दोनों समुदायों की महिलाओं और बच्चियों को अगवा कर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। यूएन की महिलाओं की दशा पर आयोग (सीएसडब्ल्यू) की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान सरकार अल्पसंख्यकों पर हमले के लिए कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा दे रही है।

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