अब शालिनी यादव ही होंगी सपा कैंडिडेट!

 
नई दिल्ली 

उत्तर प्रदेश के वाराणसी लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी और बर्खास्त बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव के नामांकन को निर्वाचन अधिकारी ने रद्द कर दिया है. तेज बहादुर के नामांकन पत्र के कागजों में गड़बड़ी पाई गई थी, जिसके लिए वाराणसी के रिटर्निंग ऑफिसर ने उन्हें नोटिस देकर एक प्रमाण पत्र जमा करने को कहा गया था लेकिन वह नहीं कर पाए. इसके बाद नामांकन रद्द कर दिया है, फिलहाल वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगे.

तेज बहादुर यादव के नामांकन रद्द होने के बाद अब माना जा रहा है कि शालिनी यादव सपा के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव मैदान में होंगी, क्योंकि उन्होंने भी नामांकन दाखिल कर रखा है. दरअसल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तेज बहादुर यादव से पहले शालिनी यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया था. शालिनी यादव कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुई है.

तेज बहादुर यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने वाराणसी से चुनाव लड़ने को ताल ठोका था. पहले उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन दाखिल किया था. इसके बाद समाजवादी पार्टी ने तेज बहादुर को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया. इसके बाद उन्होंने सपा उम्मीदवार के तौर पर दूसरा नामांकन पत्र दाखिल किया. नामांकन पत्रों की जांच के बाद तेज बहादुर यादव द्वारा दाखिल दो नामांकन पत्रों में बीएसएफ से बर्खास्तगी की दो अलग-अलग जानकारी सामने आई थी.

हालांकि नामांकन रद्द होने के बाद तेज बहादुर ने कहा कि मेरा नामांकन गलत तरीके से रद्द किया गया है. मुझे सबूत देने के लिए कहा गया था, मैंने सबूत दिए भी. इसके बावजूद मेरा नामांकन रद्द कर दिया गया. अब हम इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.

दरअसल वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं. मोदी के खिलाफ कांग्रेस ने अजय राय को अपना प्रत्याशी बनाया है, जिन्होंने नामांकन पत्र दाखिल कर रखा है. सपा ने पहले शालिनी यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया था और बाद में तेज बहादुर यादव को उम्मीदवार घोषित कर दिया था. हालांकि सपा की ओर से दोनों प्रत्याशियों ने अपने-अपने नामांकन दाखिल कर रखा है. ऐसे तेज बहादुर के नामांकन रद्द होने के बाद अब माना जा रहा है कि शालिनी यादव पार्टी की प्रत्याशी होंगी.

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