अब लोग मनोरंजक नहीं बल्कि बेहतर कंटेंट वाली फिल्में पसंद करते हैं: अनुभव सिन्हा
दिल्ली
डायरेक्टर अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी फिल्म आर्टिकल 15 को लेकर जहां विवाद हुआ तो वहीं रिलीज के बाद इसे काफी सराहा भी जा रहा है. उनका कहना है कि आज कल लोग फिल्म में बेहतर कंटेंट को तवज्जो दे रहे हैं. सशक्त आवाज वाली फिल्मों को ऑडियंस पसंद कर रही हैं. एक इवेंट के दौरान अनुभव सिन्हा ने मनोरंजक और प्रासंगिक फिल्मों के बीच तुलना करते हुए कई बातें बताईं.
अनुभव का कहना है कि जिन फिल्मों की अपनी सशक्त आवाज है उनकी तुलना में लोग शुद्ध मनोरंजक फिल्मों को गंभीरता से नहीं लेते. उन्होंने कहा, "जब से मैंने मुल्क और आर्टिकल 15 जैसी सामाजिक रूप से प्रासंगिक फिल्में बनानी शुरू की हैं, तब से दर्शकों से उन्हें और अधिक स्वीकृति मिलनी शुरू हो गई है. "