अब बोर्ड परीक्षा के तर्ज पर होगी पहली से आठवी तक का एसएलए
रायपुर
स्कूल शिक्षा सचिव गौरव द्विवेदी राज्य के स्कूलों में एक अनूठा प्रयोग करने जा रहे हैं। पढ़ाई की गुणवत्ता जांचने के लिए अब स्कूलों में राज्य स्तरीय आकलन यानि एसएलए आयोजित किया जायेगा। ये एसएलए दरअसल एक तरह से शिक्षकों व बच्चों का लिटमस टेस्ट होगा, जिसके आधार पर ये आकलन होगा कि स्कूलों में पढ़ाई का स्तर कैसा है।
स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के निर्देश पर विभाग ने सभी डायरेक्टर, डीईओ, एमडी व डाईट प्राचार्यों को आदेश जारी कर दिया है। ये राज्य स्तरीय आकलन इसी शिक्षण सत्र से शुरू किया जायेगा। पूरे प्रदेश में एक ही तिथि में ये परीक्षाएं होंगी, जिसके लिए समय सारिणी राज्य स्तर पर जारी होगी।
राज्य स्तरीय आकलन कक्षा के अनुसार अलग-अलग विषयों की होगी। पहली और दूसरी कक्षा में 15 सवाल होंगे, जिन्हें दो घंटे में हल करना होगा। इन दो कक्षाओं में हिंदी, अंग्रेजी और गणित विषय की परीक्षा होगी। जबकि तीसरी से लेकर पांचवी तक की परीक्षा एक साथ होगी। उनके लिए भी 15 सवाल 2 घंटे में हल करने होंगे, उन्हें हिंदी, अंग्रेजी, गणित, पर्यावरण अध्ययन के प्रश्न होंगे। वहीं छठी से आठवीं तक की परीक्षा एक साथ होगी उनके लिए हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान के प्रश्न होंगे।
परीक्षा को पूरी पारदर्शिता और अनुशासित तरीके से आयोजित कराने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए डीईओ को प्रश्न पत्र छपवाने से लेकर उसके मूल्यांकन तक की अलग-अलग व्यवस्था कराने के निर्देश दिये गये हैं। स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश में कहा है कि परीक्षा के संचालन के लिए केंद्राधीक्षक की नियुक्ति की जायेगी, साथ ही 30 छात्रों को एक पर्यवेक्षक की भी नियुक्ति की जायेगी। संकूल स्तर पर परीक्षा का मूल्यांकन होंगा। वहीं परीक्षा के दौरान गठित टास्क फोर्स पूरी परीक्षा की निगरानी भी करेगा।