अब बोन सीमेंट से ऑस्टियोपोरोसिस का इलाज संभव

 
लखनऊ 

अब बोन सीमेंट से ऑस्टियोपोरोसिस बीमारी का इलाज संभव हो गया है। रीढ़ हड्डी में वर्टिब्रा फ्रैक्चर हो जाती है, जिससे हड्डी के उतने हिस्से में खालीपन आ जाता है। अब तक केजीएमयू में इसके इलाज के लिए सिर्फ दवाई दी जाती थी, जिससे इसका मर्ज रुक जाता था। अब नई विधि से बोन सीमेंट के माध्यम से सर्जरी कर इसका इलाज संभव हो गया है। इसकी पहली सर्जरी शनिवार को होगी। यह जानकारी शुक्रवार को केजीएमयू में ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग के प्रफेसर आरएन श्रीवास्तव ने दी। 

प्रो. श्रीवास्तव ने बताया कि इस सर्जरी में रीढ़ की हड्डी का जो हिस्सा फ्रैक्चर हो जाता है उसमें ड्रिल करते हैं। इसके बाद उसमें सिरिंज के माध्यम से बोन सीमेंट को डालते हैं। इससे वह हिस्सा भर जाता है और मरीज का दर्द खत्म हो जाता है। ऑस्टियोपोरोसिस कमर और रीढ़ की हड्डी में होता है। केजीएमयू में इस सर्जरी का खर्च लगभग दस से पंद्रह हजार रुपये तक आएगा लेकिन शनिवार को होने वाली पहली सर्जरी मुफ्त है। 

अब नहीं होगा स्पाइनल कॉर्ड को नुकसान 
प्रो. श्रीवास्तव ने बताया कि केजीएमयू में अब रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के दौरान मरीजों को दूसरे कोई नुकसान नहीं होंगे। क्योंकि जल्द ही न्यूरल मॉनिटर के माध्यम से सर्जरी की मॉनीटरिंग की जाएगी। दरअसल, सर्जरी के दौरान रीढ़ की हड्डी में मौजूद स्पाइनल कॉर्ड को जरा भी नुकसान होने पर मरीज को दूसरी दिक्कत हो जाती है। न्यूरल मॉनीटर से सर्जरी के दौरान यह देखना संभव हो जाएगा कि ड्रिलिंग कहां तक हो रही है और स्पाइनल कॉर्ड ड्रिल से कितनी दूर है। हमने यूनिवर्सिटी को दो न्यूरल मॉनीटर का प्रस्ताव भेजा है जिनकी कीमत लगभग 80 लाख रुपये होगी। 

पहली बार होगी कैडेवर पर सर्जरी 
ऑर्थोपेडिक सर्जरी विभाग में शनिवार से दो दिवसीय स्पाइन कॉन्क्लेव शुरू हो जाएगा। इसमें पांच लाइव सर्जरी की जाएंगी। इसमें पूरे प्रदेश के डॉक्टर शिरकत करेंगे। प्रो. श्रीवास्तव ने बताया कि लाइव सर्जरी में ऑस्टियोपोरोसिस के साथ तिरछी रीढ़ की हड्डी, स्पाइन टीबी, लिस्थिसिस और ट्रैमेटिक स्पाइन शामिल है। इसके अलावा प्रदेश में पहली बार कैडेवर पर रीढ़ की हड्डी का ऑपरेशन कर डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। अब तक प्रदेश में कहीं भी कैडेवर पर इस तरह का प्रशिक्षण नहीं दिया गया है। इससे स्पाइन सर्जरी में विशेषज्ञता पाने के इच्छुक डॉक्टरों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा। 
 

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