अपने किरदारों से नहीं बल्कि मिलने वाले मेहनताने से शिकायत है: तापसी पन्नू

बॉलिवुड ऐक्ट्रेसतापसी पन्नू बॉलिवुड में अलग-अलग तरह के किरदार निभा रही हैं। तापसी ने जितनी बहादुरी ने जितनी बहादुरी से अपने किरदारों का चुनाव किया है उतनी ही बेबाकी से वह अपनी बात रखने के लिए जानी जाती हैं। अब तापसी की अगली फिल्म 'मिशन मंगल' रिलीज के लिए तैयार है। इस फिल्म में एक बार फिर वह अक्षय कुमार दिखाई देंगी।

हाल में अपना 32वां जन्मदिन मना चुकी तापसी ने कहा कि उन्हें कभी अपनी उम्र को छिपाने की जरूरत महसूस नहीं हुई। उन्होंने कहा, 'कुछ लोग अपनी उम्र छिपाते हैं क्योंकि लोग कहेंगे कि बुड्ढी हो गई है। एक ऐक्टर के तौर पर मुझे फर्क नहीं पड़ता कि मेरी उम्र 32 है या 42 जबतक कि मैं 25 साल की उम्र वाले किरदार निभा पा रही हूं।'

'मिशन मंगल' के बारे में बात करते हुए तापसी ने कहा, 'मुझे पता है कि इस बात पर बहस हो रही है कि यह एक महिला प्रधान फिल्म है और इसीलिए इसके पोस्टर में अक्षय कुमार को ज्यादा प्रमुखता दी गई है। मुद्दा यह है कि क्या आप हमारी फिल्म को देखने के लिए भी उतना पैसा खर्च करने को तैयार हैं जितना अक्षय कुमार की फिल्म या फिर आप इसके वेब प्लैटफॉर्म पर रिलीज होने का इंतजार करेंगे।'

तापसी ने आगे कहा, 'यह फैक्ट है कि अगर आप हम 5 हिरोइनों की फिल्म (मिशन मंगल) की ओपनिंग का कलेक्शन देखेंगे तो वह अक्षय सर की फिल्मों के आगे कहीं नहीं ठहरेगा। अगर हम 5 फिल्म में नहीं भी होतीं तो भी शायद फिल्म के बिजनस पर इतना फर्क नहीं पड़ता। अक्षय सर एक तरफ हैं और हम 5 मिलकर भी उनकी स्टार वैल्यू के बराबर नहीं हो सकते हैं।'

'पिंक', 'मुल्क', 'मनमर्जियां', 'बदला', 'गेम ओवर' के बाद 'मिशन मंगल' और उसके बाद 'सांड की आंख' जैसी लाइन से फिल्में दे रहीं तापसी ने कहा, 'मुझे इस बात से कोई शिकायत नहीं है कि मुझे रोल कैसे मिल रहे हैं और इस बात से भी शिकायत नहीं है कि मुझे पैसे कितने मिल रहे हैं। मुझे केवल इस बात से दिक्कत है कि हमें एक हीरो के बराबर मेहनताना नहीं दिया जाता। एक हीरो की पूरी फी ही इतनी होती है जितने में कोई महिला प्रधान फिल्म बन जाएगी। उस पर भी मुझे बोला जाता है कि आप थोड़ा सा कम चार्ज कर लो, ये बातें कुछ बुरी लगती हैं।'

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