अजित मजबूत नेता, भूमिका पर बाद में फैसला: शरद पवार

 
मुंबई 

नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने इंडिया टुडे से खास बातचीत में कहा है कि एनसीपी नेता अजित पवार का भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के साथ जाना मेरे लिए हैरानी की बात थी. शरद पवार ने अजित पवार की पार्टी में वापसी पर कहा कि उन्होंने पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की है. अजित पवार पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, महाराष्ट्र सरकार में उनके पद पर फैसला बाद में लिया जाएगा. उन्होंने अपनी गलती मान ली है, वे कार्यकर्ताओं के साथ हमेशा खड़े रहे हैं.

अजित को लगा- ये गठबंधन काम नहीं करेगा
शरद पवार ने कहा अजित पवार का देवेंद्र फडणवीस के साथ उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेना मेरे लिए शॉकिंग था. मैंने तत्काल अपने विधायकों से संपर्क किया और विधायकों ने मुझे आश्वस्त किया कि वे मेरे साथ हैं. अजित पवार के बीजेपी के साथ जाने में मेरी कोई भूमिका नहीं थी.

उन्होंने कहा कि अजित पवार ने शायद इसलिए बीजेपी के साथ जाने के लिए सोचा क्योंकि उन्हें लगा कि यह गठबंधन काम नहीं करेगा. जब एनसीपी कांग्रेस की मीटिंग चल रही थी तो नेताओं के बीच काफी बातचीत हुई थी. वहीं, गांधी-ठाकरे विचारधारा के साथ गांधी-नेहरू की विचारधारा कैसे चलेगी के जवाब में शरद पवार ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि बिना समझौते और काम कैसे किया जाए. हम काम पर फोकस करेंगे.

पीएम मोदी ने दिया था प्रस्ताव
बता दें कि शरद पवार ने अन्य इंटरव्यू में पीएम से हुई मुलाकात पर खुलकर बात की थी. पवार ने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने साथ आकर काम करने का प्रस्ताव दिया था. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बेटी सुप्रिया सुले को कैबिनेट मंत्री बनाने का भी प्रस्ताव रखा था. मुझे राष्ट्रपति बनाने जैसी कोई बात नहीं हुई थी. शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी का प्रस्ताव मैंने खारिज कर दिया था.

मेरे साथ काम करना संभव नहीं
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष ने बताया कि प्रधानमंत्री से कहा कि हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं, वह अच्छे ही रहेंगे लेकिन मेरे लिए साथ आकर काम करना संभव नहीं है. गौरतलब है कि सुप्रिया सुले शरद पवार की पुत्री हैं. सुप्रिया पुणे की बारामती लोकसभा सीट से सांसद हैं.

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