अखिलेश ने कसा तंजः साधु-संतों, ‘राम-सीता और रावण’ को भी पेंशन दें योगी

लखनऊ
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसा है। अखिलेश ने कहा है कि योगी सरकार साधु-संतों को भी पेंशन दे। उन्होंने कहा कि हमने तो रामलीला के पात्रों को पेंशन देने की स्कीम शुरू की थी। सीएम योगी भी राम और सीता को पेंशन दें और राम-सीता से बचे तो रावण को भी पेंशन दें। एसपी सुप्रीमो ने इस दौरान मायावती पर बीजेपी विधायक के बयान पर पलटवार करने के साथ ही कहा कि देश को नए प्रधानमंत्री का इंतजार है।

अखिलेश ने इस दौरान पेंशन के बहाने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, 'साधु-संतों को कम से कम 20 हजार महीने पेंशन मिले और यश भारती और समाजवादी पेंशन भी शुरू हो जाए। रामायण पाठ और रामलीला वालों को भी पेंशन मिले।' एसपी अध्यक्ष ने कहा कि नया भारत बनाने का काम नौजवान करेंगे जो सपना देखते हैं, संघर्ष करते हैं। सबसे शानदार युवाओं का संगठन समाजवादी पार्टी में है।

माया पर बीजेपी विधायक के बयान पर पलटवार
अखिलेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की महिला विधायक ने जो भाषा प्रयोग की वह कोई भी किसी के लिए नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि बीजेपी वाले फ्रस्टेट होकर इस तरह की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। अभी जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा उनकी भाषा और गिरती जाएगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह भाषा सिर्फ नीचे नेताओं को नहीं बल्कि बीजेपी के शीर्ष नेता की भी है। उन्होंने कहा कि पहले भी इन महिला विधायक ने एसपी के लिए ऐसी ही भाषा का प्रयोग किया था। वह गूगल से उनके उस बयान को निकालकर बीजेपी को भेजेंगे।

'सबसे ज्यादा झूठी पार्टी बीजेपी'
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आज तक राजनीति में किसी ने इतना झूठ नहीं बोला जितना बीजेपी बोलती है। उनकी राजनीतिक भाषा और व्यवहार कैसा है जनता ने साढ़े चार साल में देख लिया है। हमें पता है कि जनता, किसान और व्यापारी तैयार है, जिन्हें बीजेपी ने धोखा दिया है।

'ठोको नीति से नहीं आता इंवेस्टमेंट'
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने इतनी बड़ी इन्वेस्टर्स मीट कराई। कोई फायदा नहीं हुआ। इस मीट पर भी मंच पर वही लोग बैठे नजर आए जो हर जगह ऐसे मंच पर नजर आते हैं। इंवेस्टर्स मीट हुई पर इंवेस्टमेंट नहीं हुआ। उन्होंने योगी के ठोको नीति के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि योगी की ठोकी नीति यहां नहीं चली।

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