इस अस्पताल में लगी ऐसी बच्चों की ऐसी तस्वीरें, पहली बार हुआ ऐसा…
गर्भ में महिला के पेट में होने वाले बच्चा कैसा दिखता है ये सिर्फ डॉक्टरों के अलावा शायद की बहुत कम लोगों को पता है। महिलाएं बच्चें को सिर्फ महसूस ही कर सकती है। लेकिन कतर के महिला अस्पताल में स्वास्थय विभाग ने सराहनी कदम उठाते हुए अनोखा काम किया है।
दरअसल, कतर के महिला अस्पताल के बाहरी परिसर में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने 14 ऐसी कलाकृतियों का निर्माण कराया, जिनमें गर्भाधान से लेकर बच्चे के जन्म तक की अवस्था को समझाया गया है।
लेकिन, पूरे देश में स्वास्थ्य विभाग के इस कदम की आलोचना की जा रही है। सूत्रों का कहना है कि मिडिल ईस्ट में पहली बार किसी मूर्तिकार ने इस तरह की कलाकृतियां बनाई हैं. इन मूर्तियों को बनाने वाले ब्रिटिश कलाकार डैमियन हिस्रट ने कहा कि 2013 में मूर्तियां बनने के बाद ही आलोचना हो सकती थी, लेकिन अस्पताल के निर्माण की वजह से विवाद टल गया। उन्होंने बताया कि ये मिडिल ईस्ट के इतिहास में पहली नैकेड मूर्तियां हैं।
यह कतर के स्वास्थ्य विभाग का काफी हिम्मती कदम है। अधिकारियों ने बताया कि इन मूर्तियों का निर्माण अक्टूबर 2013 में हो गया था, लेकिन अस्पताल की इमारत के निर्माण की वजह से इन्हें ढंककर रखा गया था।
पिछले दिनों अस्पताल का उद्घाटन होने के बाद इनके कवर हटा दिए गए। इसके बाद सोशल मीडिया पर इन मूर्तियों की आलोचना होने लगी।
बताया जा रहा है कि इन्हें बनाने में आठ अरब डॉलर (57,328 करोड़ रुपए) खर्च हुए। सरकार समर्थित कतर फाउंडेशन की आर्ट स्पेशलिस्ट लायला इब्राहिम बाचा ने बताया, ‘हमें उम्मीद ही नहीं थी कि हर कोई इन मूर्तियों को पसंद करेगा और समझ पाएगा। हमने इन मूर्तियों को सिर्फ इसलिए तैयार कराया ताकि ये बहस और विचार करने का मुद्दा बन सकें।’
लायला ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि इन मूर्तियों की मदद से महिलाओं और बच्चों की देखभाल के प्रति लोग जागरूक होंगे। काफी लोग इन मूर्तियों के साथ तस्वीरें खिंचवाते हैं। उम्मीद है कि ये मिसाल साबित होंगी।’