मिनटों में हट सकता है चश्मा जानें कैसे

मिनटों में हट सकता है चश्मा जानें कैसे

चश्मा दृष्टि दोष को सुधारने का सामान्य तरीका है। लेकिन एक बार नंबर वाला चश्मे का उपयोग करने लगते हैं तो सभी मामलों में चश्मे का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद करना संभव नहीं हो सकता है। मगर अब यह संभव हो पाया है नई खोज से जिसमें एक दवा की कुछ बूँदे डालकर आप अपना काम बिना चश्में के चला सकते है।

विस्तार से जानें

आधुनिक युग में आंखों से संबंधित कई प्रकार की बीमारियां आने वाले समय में वक्त में लगातार बढ़ रही हैं। कुछ वर्षों पूर्व आंखों की समस्याओं को उम्र बढ़ने के साथ होने वाले विकारों के रूप में ही जाना जाता था लेकिन अब कम उम्र के लोग भी आखें  शिकार पाए जा रहे हैं। इस सब का कारण आखें पर अपेक्षा से अधिक उपयोग करना अधिक देर तक कंप्यूटर में काम करना साथ ही साथ मोबाइल का अधिक उपयोग कई मामलों में देखा गया है कि छोटे  उम्र में बच्चों और किशोरों को पावर वाला चश्मा लग जाता है।लाइफस्टाइल और खाने  में गड़बड़ी के अलावा बढ़ा हुआ स्क्रीन टाइम भी आंखों के लिए अत्यधिक नुकसानदायक हो रहा है। जिसके कारण आखोंमें कम दिखाई देने से लेकर,आंखों में दर्द, ग्लूकोमा और कुछ स्थितियों में रोशनी तक चले जाने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

इस ही के हल के लिए केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने पहली बार एक ऐसे आईड्रॉप को बाजार में बिक्री की मंजूरी दी है। इस आई ड्रॉप को प्रेसबायोपिया से पीड़ित रोगियों के लिए बनाया गया है जो बिना चश्मे के भी पढ़ पाएंगे।

इस ड्रॉप को लेकर कंपनी ने अपने बयान में कहा कि यह फार्मूला न केवल पढ़ने वाले चश्मे से छुटकारा दिलाता है साथ ही आखों के मरीज को अतिरिक्त लाभ देता है। आंखों के स्वास्थ्य में सुधार लाएगा साथ ही  चश्मा हटाने के साथ ही यह आई ड्रॉप आंखों को नमी देने में भी मदद करेगा ।

यह दवा की एक बूंद हर दिन हर आंख में डालनी पड़ेगी  इसका असर करीब छह घंटे तक रहेगा पहली बूंद के तीन-छह घंटे बाद हर आंख में एक और बूंद डाली जा सकती है इससे धुंधली दृष्टि को तीन घंटे तक ठीक किया जा सकता है।