गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है? जाने

गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है? जाने

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर शिव जी  के पुत्र गणपति बप्पा को घर में लाया जाता है और उनकी विधिविधान से  पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही उन्हें मोतीचूर के लड्डू और मोदक का भोग भी लगाया जाता है। यह उत्सव 10 दिनों तक चलता है।

गणेश चतुर्थी के पर्व का लोग हर वर्ष बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं। हर साल भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस अवसर पर देशभर में खास रौनक देखने को मिलती है। घरों में गणपति जी की प्रतिमा को स्थापना की जाती है साथ ही गणेश मंदिरों को भी सजाया जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन से गणेश उत्सव की शुरुआत होती है। वहीं, इसका समापन अनंत चतुर्दशी के दिन गणेश विसर्जन के साथ होता है। क्या आपको पता है कि भाद्रपद माह में गणेश चतुर्थी क्यों मनाई जाती है? अगर नहीं पता, तो आइए जानते क्यों मनाया जाता है गणेश चतुर्थी का पर्व

पौराणिक कथा के अनुसार, भाद्रपद माह में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को गणपति बप्पा का अवतरण हुआ था। इसलिए हर साल इस तिथि पर गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया जाता है। यह उत्सव 10 दिनों तक यानी अनंत चतुर्दशी तक चलता है। अनंत चतुर्दशी के दिन नदी या सरोवर में या घर पर पानी के टप में गणपति बप्पा का विसर्जन किया जाता है। इस उत्सव की धूम भारतवर्ष में देखने को मिलती है।

इस दिन, भक्त गणेश जी की पूजा करते हैं और उनसे आशीर्वाद स्वरूप समृद्धि प्राप्त करने के लिए पूजन करते हैं। गणेश जी को विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है और माना जाता है कि उनकी पूजा से सभी बाधाएं दूर होती हैं।

और घर में सुख शांति और समृद्धि आती है।