भूपेश सरकार ने 30 दिन में लिए ये 15 बड़े फैसले, विपक्ष ने साधा निशाना
बिलासपुर
17 जनवरी 2019 को भूपेश सरकार के एक माह पूरे होने पर खुद मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता के नाम एक पत्र लिख सबका आभार जताया है. वहीं विपक्ष सरकार के एक माह पूरे होने पर कटाक्ष कर रहा है. छत्तीसगढ़ में 15 सालों बाद सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी की सरकार ने 30 दिनों में 15 बड़े फैसले कर सबको बताने की कोशिश की है कि वो किस गति से चलने वाली सरकार है.
तमाम 15 बड़े निर्णय भूपेश सरकार ने अपने 30 दिनों के कार्यकाल में लिए हैं. सरकार के इन्हीं कार्यों के दम पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस इसे गांव-गरीब और आमजनों की सरकार कह रही है. वहीं विपक्षीय दल सरकार के महज 30 दिने पूरे होने पर कटाक्ष करने से नहीं चूक रहा. भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि भूपेश सरकार आधी रात को फैसले लेती है. मानों ये आधी रात की सरकार है. इसके अलावा कई फैसले नियम के खिलाफ भी जाकर लिए गए है. इससे ऐसा लगता है कि सरकार का संविधान पर विश्वास नहीं है.
30 दिन में भूपेश सरकार के अहम फैसले
1. 16 लाख से अधिक किसानों के अल्पकालीन कृषि ऋण माफ.
2. 2500 रूपए प्रति क्विंटल में धान खरीदी.
3. तेंदूपत्ता संग्रहण दर 2500 रूपए से बढ़ाकर 4000 रुपये मानक बोरा.
4. उद्योग नहीं लगाने पर टाटा से वापस लेकर आदिवासियों को जमीन वापसी.
5. निरस्त वन अधिकार पट्टों की पुन: जांच.
6. बस्तर-सरगुजा प्राधिकरण की अध्यक्षता स्थानीय विधायकों द्वारा.
7. छोटे भू-खण्ड की खरीद-बिक्री से रोक हटाई गई.
8. 2013 में हुए झीरम कांड और नान घोटालें की जांच की एसआईटी कराने का निर्णय.
9. जिल खनिज संस्थान न्यासों के कार्यों की समीक्षा.
10. महाविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों की भर्ती.
11. चिट फंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई व अभिकर्ताओं के खिलाफ प्रकरण वापसी पर विचार.
12. राजिम कुंब का नाम माघी पुन्नी मेला करने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित.
13. पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ.
14. सरकारी खर्चों में मितव्ययिता के निर्देश.
15. ई-टेंडरिंग घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू से कराने का निर्णय.
विपक्षीय दल चाहे कुछ भी कहें, मगर यह सौ फीसदी सच हैं कि छत्तीसगढ़ की जनता ने कांग्रेस को सरकार चलाने का मौका दिया है. ऐसे में कांग्रेस की सरकार जनता के विश्वास पर कितना खरा उतरती है, वह भी जनता जनार्दन ही तय करेगी. बहरहाल भूपेश सरकार के एक माह पूरे होने पर जितने कार्य हुए हैं लोगों की उम्मीद भी उतनी ही बढ़ी है.