बैंक 1500 करोड़ का और कर्ज दें, तभी बाकी शेयर गिरवी रखूंगा: गोयल
मुंबई
जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने कर्ज देने वाले बैंकों से कहा है कि वह अपने और शेयर उनके पास गिरवी रखने को तैयार हैं, बशर्ते वे वादे के मुताबिक कंपनी को 1,500 करोड़ रुपये का अंतरिम कर्ज जारी करें। इस मामले से वाकिफ 3 सूत्रों ने यह जानकारी दी है। अभी तक यह पता नहीं चला है कि इस मामले में बैंकों का रुख क्या है। इस बीच, जेट के दूसरे सबसे बड़े शेयरहोल्डर एतिहाद एयरवेज बैंकों के प्रपोजल पर विचार करने के लिए बोर्ड मीटिंग बुलाने की तैयारी कर रहा है।
एतिहाद ने पहले जेट के रिवाइवल प्लान का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया था। उसने कंपनी को कर्ज देने वाले बैंकों से कहा था कि वह जेट में अपनी हिस्सेदारी बेचना चाहता है। हालांकि, गोयल के जेट के चेयरमैन पद और बोर्ड से इस्तीफा देने और सारे कंट्रोल छोड़ने पर हामी भरने के बाद उसके साथ बैंकों की बातचीत फिर से शुरू हुई है। जेट में निवेश के लिए एतिहाद ने ओपन ऑपर से छूट की भी मांग की है।
सेबी के टेकओवर रूल्स के मुताबिक, अगर किसी निवेशक की किसी कंपनी में हिस्सेदारी 25 पर्सेंट हो जाती है तो उसे और 20 पर्सेंट शेयरों के लिए ओपन ऑफर लाना होगा। एतिहाद के पास अभी जेट के 24 पर्सेंट शेयर हैं। वहीं, गोयल के पास कंपनी के 51 पर्सेंट शेयर हैं। जब तक वह अपने हिस्से के और शेयर बैंकों के पास गिरवी नहीं रखते, तब तक कंपनी की कंट्रोलिंग हिस्सेदारी किसी नए निवेशक को नहीं बेची जा सकती। जेट की अंतरिम फंडिंग भी बहुत जरूरी है। कंपनी अपने बेड़े के कई प्लेन का इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। उसने जिन कंपनियों से प्लेन लीज पर लिए थे, वह उनका किराया नहीं चुका पाई है। इसलिए उसे बड़ी संख्या में ऐसे प्लेन का इस्तेमाल बंद करना पड़ा है। कंपनी के पास कर्मचारियों का वेतन देने का भी पैसा नहीं है। मैनेजमेंट ने कहा है कि अगर उसे वादे के मुताबिक बैंकों से अंतरिम कर्ज नहीं मिलता तो वह अप्रैल के बाद कामकाज जारी नहीं रख पाएगा।
गोयल की शर्त से जुड़े सवालों का जेट एयरवेज और एसबीआई से जवाब नहीं मिला। वहीं, एतिहाद ने निवेश प्रस्ताव पर बोर्ड मीटिंग बुलाने की तैयारी से जुड़े सवाल पर ईमेल से दिए जवाब में कहा कि वह बाजार की अटकलों पर टिप्पणी नहीं करती। बैंकों के पास अभी जेट के 32 पर्सेंट शेयर हैं, जो गोयल ने कर्ज लेने के लिए उनके पास गिरवी रखे थे। बैंकों ने कंपनी में हिस्सेदारी बेचने के लिए सोमवार को निवेशकों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मंगाए थे। बैंकों ने इसके डॉक्युमेंट में कहा है कि वे कंपनी में 31.2-75 पर्सेंट हिस्सेदारी बेच सकते हैं।