चैत्र नवरात्रि 2019 : वास्तु के अनुसार इस तरह सजाएं अपने घर का मैन गेट
इस साल के चैत्र नवरात्रि 6 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। ज्योतिष के अनुसार इ नौ दिनों के सबसे पहले दिन मां के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा होती और इसी दिन घटस्थापना भी की जाती है। अप्रैल में आने वाले इन नवरात्रि में 13 अप्रैल को अष्टमी मनाई जाएगी और 14 को नवमी। मान्यता है कि इस दौरान पूरी श्रद्धा के साथ मां का विधिवत पूजन से कई तरह के दोषों से मुक्ति मिल जाती है साथ ही अनेकों तरह के शुभ फल प्राप्त होते हैं। ये तो हुई ज्योतिष की बात, अब बात करते हैं कि वास्तु शास्त्र में बताई गई नवरात्रि से जुड़ी कुछ खास बातें-
नवरात्रि खत्म होने से पहले घर के मेन गेट पर मां लक्ष्मी के पैर के चिन्ह लगाएं इसे बेहद शुभ माना गया है। मगर इस बात का ध्यान रखें कि पैर की दिशा अंदर की तरफ़ होनी चाहिए।
घर और दूकान के मुख्य द्वार के ऊपर देवी लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर लगाएं, जिसमें वे कमल के फूल पर विराजित हो। इससे घर-परिवार को कई शुभ फल प्राप्त होते हैं।
व्यापार में वृद्धि के लिए दुकान के दरवाज़े पर चांदी का स्वास्तिक लगाएं। वास्तु के अनुसार, इससे घर में बीमारी नहीं आती। अगर चांदी का स्वास्तिक लगाना संभव न हो तो लाल कुमकुम से स्वास्तिक बना सकते हैं।
नवरात्रि में घर या दूकान के मेन गेट के पास किसी बर्तन में पानी भरकर उसमें फूल डाल दें। इसे गेट की पूर्व या उत्तर दिशा में रखें। इससे घर के मुखिया को कई फ़ायद होंगे।
घर के सुख-समृद्धि के लिए दरवाज़े पर सुंदर और कलरफुल तोरण बांधें। कहा जाता है कि अगर तोरण आम, पीपल और अशोक के पत्तों से बनी हो तो और भी अच्छा होगा, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता।
मेन गेट पर ॐ का चिन्ह बनाएं या शुभ लाभ लिखें। ध्यान रहे ये चिन्ह दरवाज़े के पूर्व या उत्तर दिशा की ओर ही बनाएं।