कोरोना महामारी: मुकेश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज से नहीं लेंगे सैलरी
मुंबई
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण चालू वित्त वर्ष में कंपनी से वेतन नहीं लेने का निर्णय लिया है। आरआईएल की 2019-20 की सालाना रिपोर्ट में बताया गया है कि अंबानी ने 2020-21 वित्त वर्ष में कोरोना महामारी के चलते वेतन नहीं लेने का फैसला किया है। कंपनी के मुताबिक अन्य कार्यकारी निदेशकों ने भी अपना मेहनताना 50 प्रतिशत तक छोड़ने का फैसला किया है। कंपनी की मंगलवार को जारी 2019-20 की रिपोर्ट के अनुसार, अंबानी का अपनी मुख्य कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज से वार्षिक वेतन पिछले 12 सालों के बराबर 15 करोड़ रुपये ही रहा। अंबानी का 2008-09 में वेतन,भत्ता और कमीशन सभी मिलाकर वार्षिक 15 करोड़ रुपये था और तब से लगातार वह इतना ही वेतन ले रहे हैं। हालांकि, कंपनी के सभी पूर्णकालिक निदेशकों के वेतन-भत्तों आदि में पिछले वित्त वर्ष के दौरान खासी बढ़ोतरी हुई।
विश्व में रिलायंस अभी 58वें स्थान पर है
अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज बहुत जल्द दुनिया की टॉप-50 कंपनियों की सूची में भी शामिल हो सकती है। फिलहाल विश्व में रिलायंस अभी 58वें स्थान पर है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण 151 अरब डॉलर है। वह इस मामले में यूनिलीवर, चाइना मोबाइल और मैकडोनाल्ड्स जैसी कंपनियों से ऊपर है। यूनिलीवर का बाजार पूंजीकरण 146 अरब डॉलर है और वह दुनिया में 60वें स्थान पर है, जबकि चाइना मोबाइल 143 अरब डॉलर के साथ 61वें और मैकडोनाल्ड्स 141 अरब डॉलर के साथ 62वें स्थान पर है। अंबानी हाल में दुनिया के सबसे अमीर 10 अमीर लोगों की सूची में शामिल हुए थे। उनकी कुल संपत्ति 64.5 अरब डॉलर है। कुछ माह पहले कंपनी के शेयरों में आई गिरावट से अंबानी से एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति का तमगा छिन गया था और अलीबाबा के जैक मा उनसे आगे निकल गए थे। रिलायंस के शेयरों के दाम इस वर्ष 23 मार्च की तुलना में दोगुने हो चुके हैं। रिलायंस का बाजार पूंजीकरण महज 40 माह में चार लाख करोड़ से 11 लाख करोड़ रुपये के ऊपर पहुंच गया और वह देश की यह श्रेय हासिल करने वाली पहली कंपनी है। रिलायंस का शेयर फिलहाल रिकार्ड ऊंचाई पर है।