भोपाल आयी विदेशी जमातों का निज़ामुद्दीन मरकज़ से कनेक्शन, सभी को क्वारेंटाइन किया
भोपाल
दिल्ली के निजामुद्दीन (Nizamuddin) स्थित तब्लीगी जमात के मरकज़ (धार्मिक आयोजन) में शामिल कुछ विदेशी जमातें भोपाल में भी डेरा डाले हुए हैं.इन सभी का कोरोना टेस्ट कर मस्जिद में क्वारेंटाइन कर दिया गया है. जमात में 22 लोग हैं जिनमें 4 महिलाएं शामिल हैं. सभी के सैंपल कोरोना जांच के लिए भेज दिए गए हैं. प्रशासन और डॉक्टरों की टीम लगातार उन पर नज़र बनाए हुए है.
दिल्ली के निजामुद्दीन (Nizamuddin) स्थित तब्लीगी जमात के मरकज़ (धार्मिक आयोजन) में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus Infection) का सबसे बड़ा मामला सामने आने के बाद पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है. मरकज़ में देश-दुनिया से लोग आए थे. इसलिए कोरोना का संक्रमण दूर-दूर तक फैलने की आशंका से सरकार के कान खड़े हो गए हैं और लोग सकते में हैं. इस मरकज़ में शामिल कुछ जमातें भोपाल की मस्जिदों में ठहरी हुई हैं. सभी का कोरोना टेस्ट लेकर मस्जिद में ही क्वारेंटाइन कर दिया गया है.
निज़ामुद्दीन में हुए मरकज़ से मध्य प्रदेश में भी 107 लोग आए हैं. इनमें से भोपाल में 22 लोग मिले हैं. ये जमातें 2 मस्जिदों में ठहरी हुई हैं. एक जमात रहमानी मस्जिद में 13 लोगों की जमात मिली है जो बर्मा से दिल्ली के निजामुद्दीन होते हुए फिर भोपाल आयी थी. दूसरी जमात जहांगीराबाद की सिकंदरिया मस्जिद में ठहरी हुई है, इसमें 8 लोग शामिल हैं. सभी लोग यहां आने से पहले दिल्ली की निजामुद्दीन मज़ार पर हुए मरकज़ में शामिल हुए थे.
निज़ामुद्दीन के मरकज़ की ख़बर फैलते ही भोपाल में भी प्रशासन सतर्क हुआ और फौरन उसने भी जमातों का चैकअप करवाया. सभी के सैंपल कोरोना की जांच के लिए भेजे गए हैं. बाहर से आए इन लोगों का कोरोना टेस्ट करवाकर सभी को क्वारेंटाइन कर दिया गया है. सभी विदेशियों को मस्जिद में ही क्वॉरेंटाइन किया गया है.मेडिकल की टीम लगातार इन पर नज़र बनाए हुए है.
भोपाल में इन दिनों कई विदेशी जमातें आयी हुई हैं, जो शहर की अलल-अलग मस्जिदों में ठहरी हुई हैं. ये जमातें इंडोनेशिया,मलेशिया,तुर्किस्तान से आई हैं. इसमें कुल 22 लोग हैं, जिनमें 4 महिलाएं शामिल हैं. ये सभी 22फरवरी को भोपाल पहुंची थीं और 25 मार्च को इन्हें लौटना था. लेकिन इस बीच लॉक डाउन होने के कारण अब ये यहीं रह गए हैं.