संकट के दौर में तकनीक से संवाद और सहायता

भोपाल

हमेशा जनता के बीच में रहने और उनका दुख-दर्द दूर करने वाले मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान के लिये कोरोना संक्रमण एवं लॉकडाउन जैसी परिस्थितियां भी जनता से दूरी नहीं बना पाईं। इस मुश्किल स्थिति में सभी से सम्पर्क के लिये मुख्यमंत्री  चौहान ने संचार की आधुनिक तकनीक को अपनाते हुए न केवल अपने आपको बल्कि पूरे प्रशासनिक सिस्टम को हाईटेक बनाकर गुड गवर्नेंस भी स्थापित की। चुनौतियों को अवसर में बदलने में सिद्धहस्त मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने टेक्नॉलॉजी के माध्यम से प्रदेश की जनता से मिलने और उनसे संवाद की ललक को पूरा करने के लिये सुदीर्घ शासकीय अनुभव वाले मुख्यमंत्री  चौहान ने मुख्य रूप से नेशनल इनफॉर्मेटिक्स सेंटर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग व्यवस्था और सोशल मीडिया को अपना जरिया बनाया। मुख्यमंत्री  चौहान ने अब तक 139 वीडियो कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग वर्गों से कुल 237 घंटों का संवाद किया। इस व्यवस्था के तहत  चौहान ने अपने और अधिकारियों एवं प्रदेश की जनता के बीच संदेश-सेतु बनाया। संचार की इस आधुनिकतम तकनीक से शासन और आम जनता के बीच बेहतर और निरंतर संवाद स्थापित किया जा रहा है।

कोरोना महामारी के प्रकोप का सामना करने के लिए मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने अपने कुशल प्रशासनिक अनुभव और सूझ-बूझ के साथ सूचना एवं संचार तकनीक का पूरा इस्तेमाल किया है। इस दिशा में एन.आई.सी. की टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई। एन.आई.सी. के सीनियर टेक्निकल डायरेक्टर  मयंक नागर ने बताया कि एन.आई.सी. द्वारा संभाग एवं जिलों के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जाकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ त्वरित संवाद सुनिश्चित कराया गया।

मुख्यमंत्री  चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर प्रदेश के हर वर्ग के लोगों से जुड़ कर संवाद स्थापित किया है। मुश्किल समय में अब तक 139 वीसी, फेसबुक पर 213 से अधिक वीडियो और 49 लाइव इवेंट के माध्यम से मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभाग प्रमुख, संभागायुक्त, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, शासकीय अधिकारियों, समाज सेवी संस्थाओं, चिकित्सकों, मीडिया प्रतिनिधियों, पुलिस अधिकारियों, उद्योगपतियों, धर्मगुरूओं, किसानों, प्रवासी श्रमिकों, कोरोना से जंग जीतकर लौटे नागरिकों के साथ शासन की योजनाओं में लाभान्वित हितग्राहियों से चर्चा कर उचित कदम भी उठाये हैं।

ई-पेमेन्ट

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने NIC की ई-पेमेंट पोर्टल के माध्यम से सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 562.34 करोड़, तीन विशेष पिछड़ी जनजातियों के लिए 44.60 करोड़, मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजना में 14.81 करोड़, श्रम सिद्धि अभियान और मनरेगा के अंतर्गत 1862 करोड़, फसल बीमा योजना के 2981 करोड़, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना जो भारत सरकार की योजना है, में 1500 करोड़, स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत मध्यान्ह भोजन योजना में 87.49 लाख विद्यार्थियों को 263 करोड़ और रसोइयों के खातों में 84 करोड़ की राशि दी गई। इसी तरह छात्रवृत्ति की योजनाओं में 51 लाख विद्यार्थियों को 475.30 करोड़ दिए गए।

तेंदूपत्ता संग्राहकों को 477 करोड़, संबल योजना में 24 हजार से अधिक हितग्राहियों को 137.41 करोड़, करीब नौ लाख निर्माण श्रमिकों को 177 करोड़, प्रधानमंत्री मातृ-वंदना योजना में 36 करोड़, लाडली लक्ष्मी योजना में 12.27 करोड़, मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान निधि में 8.24 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना में शहरी क्षेत्र के लिए 82.41 करोड़ और ग्रामीण क्षेत्र के लिए 451 करोड़ की राशि अंतरित की गई। अध्यात्म विभाग द्वारा शासकीय देव स्थानों के पुजारियों के लिए 6 करोड़ खातों में अंतरित किये गये। अन्य योजनाओं में पंच-परमेश्वर योजना में 1555 करोड़ की राशि और 15वें वित्त आयोग में नगरीय निकायों को 330 करोड़ रूपये दिये गए।

जनसंवाद

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने जनसंवाद करने के लिए जनसंचार के अहम माध्यम सोशल मीडिया का भरपूर उपयोग किया है। मुख्यमंत्री  चौहान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर 23 मार्च से अब तक ट्विटर पर 122, फेसबुक पर 213 से अधिक वीडियो पोस्ट किये। प्रदेश की जनता से सीधे संवाद के लिये 49 लाइव इवेंट किये गये। फेसबुक पर 7 करोड़ 74 लाख 74 हजार 693 की रीच हुई। प्रतिदिन 2 लाख 72 हजार 777 इंप्रेशन फेसबुक हैंडल पर मिले और ट्विटर पर 2 लाख 49 हजार 15 इंप्रेशन प्राप्त हुए।

इसके अलावा सीएमओ के सोशल मीडिया अकाउंट पर 23 मार्च के बाद से अब तक मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान द्वारा कोरोना संकट की रोकथाम व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर लिए गये महत्वपूर्ण फैसलों व दिशा-निर्देशों की जानकारियों से संबंधित 1117 से अधिक पोस्ट की गईं, अन्य पोस्ट के साथ मिलाकर इनका इम्प्रैशन 9 करोड़ 6 लाख 21 हजार 657 हैं। सीएमओ के ट्विटर अकाउंट पर इस दौरान इंप्रेशन करीब 2 करोड़ 39 लाख 5 हजार 512 रहे। कोरोना के युद्ध में महायोद्धा बनकर  शिवराज सिंह चौहान आमजन के साथ डिजिटल संवाद सेतु बनाने में सफल रहे। मुख्यमंत्री  चौहान के सोशल मीडिया अकाउंट पर जारी होने वाली सूचनाओं और जनहित के निर्णयों की जानकारी होने से उनके फेसबुक और ट्विटर अकाउंट आमजन में काफी लोकप्रिय हैं।

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