भोपाल पहुंचा मानसून, दो दिन बाद झमाझम बारिश से तरबतर होगा प्रदेश

भोपाल
मध्य प्रदेश के अधिकाँश हिस्सों में मानसून बारिश का दौर शुरू हो गया है, वहीं शुक्रवार को राजधानी भोपाल में भी मानसून ने आखिरकार दस्तक दे दी है| मौसम विभाग ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी है| हालाँकि पहले मौसम विभाग ने 30 जून के बाद ही भोपाल सहित बाकी प्रदेश में मानसूनी बारिश होने की संभावना जताई थी, लेकिन पिछले दो दिन दिनों से हो रही बारिश के बाद मानसून आने की घोषणा कर दी|

प्रदेश में सक्रिय मानसून इंदौर के बाद शुक्रवार को भोपाल और जबलपुर में भी दाखिल हो गया है। प्रदेश के कई इलाकों में रोज शाम को और कही कहीं रात में भी बारिश का सिलसिला जारी है| वहीं मौसम विज्ञानियों का कहना है कि दो दिन बाद पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश का सिलसिला शुरू हो जाएगा| शुक्रवार को खंडवा में 50, सागर में 48, पचमढ़ी में 2, खरगोन में 1, भोपाल में 0.2 मिमी. बरसात हुई।

बुरहानपुर जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र धूलकोट क्षेत्र में मानसून की पहली बारिश एक परिवार के लिए जानलेवा साबित हुई | क्षेत्र में सुबह से ही गरज चमक के साथ तेज बारिश का सिलसिला जारी है|  इस बीच आकाशीय बिजली गिरने से एक ही परिवार के तीन सदस्यों की डोजर गांव में दर्दनाक मौत हो गई। जबकि पास ही के गांव झिरपंजरिया में आकाशीय बिजली गिरने से एक 15 वर्षीय नाबालिक की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर निबोला थाना का पुलिस बल द्वारा शव को पोस्मार्टम के लिए बुरहानपुर लाया गया।

भोपाल सहित प्रदेश के अन्य जिलों में बुधवार और गुरुवार को जोरदार बारिश हुई, जिसे पहले मौसम विभाग ने प्री-मानसून बारिश बताया था| लेकिन अब विभाग ने घोषणा कर दी है कि मानसून राजधानी तक पहुँच चुका है| वहीं प्रदेश अनेकों स्थान पर बारिश का क्रम शुरू तो हो गया है, लेकिन उमस अभी लोगों को परेशान कर रही है| हालाँकि बारिश के कारण रात ठंडी हो गई है और अब गर्म हवाएं लगभग ख़त्म हो रही हैं|  पिछले 24 घंटो में प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हुई है|

प्रदेश में आगे अच्छी बारिश के संकेत मिल रहे हैं|   मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार को प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ था, वह वर्तमान में हवा के ऊपरी भाग में 3.1 किमी. की ऊंचाई पर सक्रिय है। इस सिस्टम के कारण अरब सागर से बड़े पैमाने पर नमी मिल रही है। इससे मानसून की इंदौर, भोपाल और जबलपुर संभाग के जिलों में सक्रियता बढ़ गई है। इससे तेज बौछारें पड़ने का सिलसिला शुरू हुआ है।  वहीं बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। यह सिस्टम 30 जून को और शक्तिशाली होकर आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से पूरे मप्र में झमाझम बरसात का दौर शुरू होगा।

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