चाय फीकी बनी तो गुस्साए पति ने सब्जी काटने वाले चाकू से पत्नी को गोदकर मार डाला 

लखीमपुर खीरी
यूपी के लखीमपुर खीरी में पति ने पत्नी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि सुबह की चाय में चीनी कम थी। चाय पीने के बाद दोनों में कहासुनी हुई, बात बढ़ती गई और दोनों में हाथापाई हो गई। इसी बीच पति ने चाकू से गोदकर पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद वह चाकू लेकर भाग निकला। मृतका के पिता की तहरीर पर पति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया है। बरवर कस्बे के गांधीनगर मोहल्ला निवासी बब्लू के घर में सुबह तक सब ठीकठाक था। पत्नी रेनू (35) सुबह उठकर चाय बना रही थी। उसने पति बब्लू को चाय दी तो उसके स्वाद को लेकर पति-पत्नी में कहासुनी होने लगी। जिसका पलटकर जवाब पत्नी ने दे दिया। जिससे पति आग बबूला हो गया तो उसने रसोई में रखे सब्जी काटने वाले चाकू से उस पर वार करना शुरू कर दिया। जिससे वह छटपटा कर वहीं गिर गई। फिर उसने गर्दन और सीने पर चाकूओं से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। चौकी बरवर इंचार्ज सुनील कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव का पंचनामा भरकर उसे जिला मुख्यालय भेजा। घटना की जानकारी विवाहिता के मायके वालों को हुई तो मृतका के पिता खुशीराम मौके पर पहुंचे। उन्होंने अपने दामाद बब्लू के खिलाफ तहरीर देकर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने मृतका के पति को मय आला कत्ल गिरफ्तार कर लिया है।

कस्बे में विवाहिता की मौत में पति-पत्नी का आपसी कलह उसके चाल-चलन पर शक का मामला चर्चा में आ रहा है। चाय तो बहाना थी, उसे पत्नी की हत्या करनी ही थी। कस्बे के बब्लू और उसकी पत्नी रेनू के तीन बच्चे बादल, रक्षा, आयुष का हसता-खेलता परिवार सुबह अचानक खूनी संघर्ष में बदल गया। पति की सनक और पत्नी की जिद ने पूरा परिवार तबाह कर दिया। सोमवार सुबह बरवर के बब्लू की पत्नी रेनू चाय बना रही थी। उसके तीनों बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे। चाय के स्वाद  पर पत्नी से विवाद होने लगा तो उसने कहा कि तुम्हारे ऊपर चाय डाल देंगे। यह बात तो जब पति ने सुनी तो वह आग बबूला हो गया और चौके में रखा चाकू लेकर उस पर दौड़ा। चौके में बैठी उसकी पत्नी रेनू जब तक कुछ समझ पा‌ती तब तक उसने ताबड़तोड़ हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसकी चीख-पुकार पर बाहर खेल रहे बच्चे घर की ओर दौड़े जब तक वह कुछ समझ पाते उसकी मौत हो चुकी थी। बब्लू भी यह दृश्य देखकर भाग खड़ा हुआ। बब्लू के तीन बच्चे थे उसकी पत्नी गर्भवती थी। पति चौथे बच्चे को लेकर भी पत्नी पर शक करता था। उसकी कलह की एक वजह यह भी बताई जा रही है। पांच दिन पूर्व पत्नी ने मायके जाने के लिए पांच सौ रुपयों की मांग की थी। इस पर पति ने उसे न रुपये दिए न मायके जाने दिया। जिससे पत्नी खिन्न थी और दोनों के ‌बीच खासा मनमुटाव चल रहा था। घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। वह चाट का ठेला लगाकर अपना ‌परिवार पाल रहा था। उसके दो भाई बाबू राम और छंगा पिता बद्री प्रसाद सब अलग-अलग रह रहे हैं। बहरहाल बब्लू पुलिस गिरफ्त में है और उसके तीनों छोटे बच्चे उसके नाना खुशीराम अपने गांव कचनार लेकर आ गए हैं।
 

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