ई-टेंडरिंग घोटाला मामले में EOW के हाथ लगे अहम सुराज, अब चिप्स के अधिकारियों से होगी पूछताछ

रायपुर 
छत्तीसगढ़ में हुए साढ़े 4 हजार करोड़ के ई-टेंडरिंग घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को बड़ी सफलता मिली है. EOW ने फर्जी ई-मेल और आईपी नंबर के साथ सभी डाटा रिकवर कर लिया है. अब EOW के अधिकारी आगे की कार्रवाई शुरू करने वाले हैं. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (CHiPS) के अधिकारियों को नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है. अधिकारियों से घोटाले के मामले में EOW पूछताछ करेगी. कैग की रिपोर्ट में चिप्स के दफ्तर से हुए 4601 करोड़ के ई-टेंडरिंग घोटाले का खुलासा हुआ था. फिर सूबे में बनी नई भूपेश सरकार ने इस मामले के जांच के आदेश दिए थे. मालूम हो कि ई टेंडरिंग घोटाले की जांच करने सायबर एक्सपर्ट की मदद ली जा रही थी. दिल्ली और हैदराबाद से सायबर एक्सपर्ट को बुलाया गया था. अब तक इस घोटाले में 5 टेराबाइट डाटा जब्त किया गया था. जब्त 5 टेराबाइट डाटा की जांच अब एक्सपर्ट्स कर रहे थे. ईओडब्लयू ने अब टेंडर घोटाले में बाकी का डाटा भी हासिल कर लिया है.

बता दें, छत्तीसगढ़ में पिछली सरकार में बड़ी गड़बड़ियां होने के संकेत कैग ने बीते विधानसभा सत्र में अपनी रिपोर्ट में दिए थे. कंप्ट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल (कैग) ने अपनी रिपोर्ट पेश की थी. इसमें रमन सरकार के तीसरे कार्यकाल में ई-टें​डरिंग प्रक्रिया में बड़ी गड़बड़ी किए जाने का खुलासा किया था. कैग की रिपोर्ट में बताया गया था कि 4 हजार 601 करोड़ रुपये के टेंडर में गड़बड़ी की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक 17 विभागों के अधिकारियों द्वारा 4 हजार 601 करोड़ के टेंडर में 74 ऐसे कम्प्यूटर का इस्तेमाल निविदा अपलोड करने के लिए किया गया था, जिनका इस्तेमाल वापस उन्हीं टेंडरों को भरने के लिए भी किया गया.

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