शराब पीते समय मृतक ने नाबालिग को अपशब्द कहे; आरोपी ने चाकू छुड़ाकर हमला किया :शव छुपाया; आरोपी गिरफ्तार

जिले के दमुआ थाना क्षेत्र में हुए एक अंधे हत्याकांड को छिंदवाड़ा पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने खुलासा किया है कि मामूली गाली गलौज और चाकूबाजी की शुरुआती घटना इस क्रूर हत्याकांड की वजह बनी।
यह है पूरा मामला:
दिनांक 28 अक्टूबर 2025 को मंजूलाल उईके ने अपने बहनोई हंसलाल पंदराम (30) की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हंसलाल का शव दमुआ के चीर घर के पास मिला था, जिसकी धारदार हथियार से गला काटकर हत्या की गई थी। हंसलाल अपनी पत्नी और रिश्तेदारों के साथ 27 अक्टूबर को मांडई मेला देखने गया था, जहां से वह एक मोटरसाइकिल सवार के साथ लौट गया था।
24 घंटे में खुलासा:
पुलिस अधीक्षक श्री अजय पाण्डे के निर्देश पर, जुन्नारदेव एसडीओपी श्री सुनील वरकड़े के मार्गदर्शन में दमुआ थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद सिरसाम ने टीम गठित कर जांच शुरू की। वैज्ञानिक साक्ष्यों और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने मुख्य आरोपी पूनाराम धुर्वे (25) और एक विधि उल्लंघनकर्ता बालक को डोडासेमर के जंगल से गिरफ्तार किया।


क्रूरता की वजह:
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 27 अक्टूबर की रात वे मृतक हंसलाल के साथ भैंसासुर रोड के पास शराब पी रहे थे। शराब पीने के दौरान हंसलाल ने नाबालिग आरोपी को गंदी-गंदी गालियां दीं। विवाद बढ़ने पर मृतक हंसलाल ने चाकू निकालकर नाबालिग पर हमला किया, जिससे उसके हाथ में चोट आई। इसके बाद, नाबालिग ने हंसलाल से चाकू छीना और उसके गले पर कई वार किए। मुख्य आरोपी पूनाराम धुर्वे ने भी बाद में चाकू से हंसलाल के गले पर अनेकों वार किए, जिससे हंसलाल की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपियों ने बाद में शव को पास ही सागौन के पेड़ के पास छिपा दिया था।