छिंदवाड़ा कफ सिरप त्रासदी: 24 घंटों में 3 और बच्चों की मौत, मृतकों की संख्या 17 हुई

छिंदवाड़ा में जहरीली कफ सिरप के कारण बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। पिछले 24 घंटों में, नागपुर के विभिन्न अस्पतालों में इलाज के दौरान तीन और मासूमों—तामिया की धानी डेहरिया (1छिंदवाड़ा कफ सिरप त्रासदी: 24 घंटों में 3 और बच्चों की मौत, मृतकों की संख्या 17 हुई5 माह), जुन्नारदेव की ज्यांशु यदुवंशी (2 साल) और रीधोरा के वेदांश पवार (ढाई साल)—ने दम तोड़ दिया। इन मौतों के साथ, जिले में मृतकों की संख्या अब 17 हो गई है। यह सामने आया है कि डॉ. प्रवीण सोनी समेत कुछ चिकित्सकों ने बच्चों को ‘कोल्ड्रिफ सिरप’ दी थी, जिसके कारण कई बच्चों की किडनी डैमेज हुई। इस बीच, नागपुर में अभी भी 5 बच्चे जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं, जिससे मौतों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है।
​प्रशासनिक कार्रवाई और राजनीतिक प्रतिक्रिया
​जिला प्रशासन ने मौतों के आंकड़े बढ़ने के बाद व्यापक कार्रवाई शुरू कर दी है। अपर जिला मजिस्ट्रेट (ADM) धीरेंद्र सिंह ने वेदांश की मौत से पहले 16 मौतों की आधिकारिक पुष्टि करते हुए इसे एक गंभीर त्रासदी बताया है। प्रशासन अब गांव-गांव में मुनादी करवा रहा है, जिसमें लोगों से अपील की जा रही है कि वे अपने बच्चों को कफ सिरप न पिलाएँ। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 5 मेडिकल स्टोरों को सील कर दिया है। इस दुखद घटना पर सियासत भी तेज हो गई है; कांग्रेस पार्टी ने पीड़ित परिवारों के लिए 1-1 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है।