16 जुलाई 2025: कर्क संक्रांति पर सूर्य-शिव पूजा का विशेष योग, जानिए वैदिक पंचांग व राशिफल

आज बुधवार, 16 जुलाई 2025 का दिन धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत विशेष है। सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश के साथ कर्क संक्रांति का शुभारंभ हो चुका है। वैदिक मान्यता के अनुसार, इस दिन सूर्योदय से शाम 5:40 बजे तक का समय पुण्यकाल माना गया है। इस दौरान किए गए दान, स्नान, ध्यान, मंत्र जाप और सूर्य-शिव उपासना को विशेष फल देने वाला बताया गया है। आज का दिन श्रावण मास की शुरुआत और पंचक के प्रभाव के चलते भी अधिक महत्व रखता है।

पंचांग के अनुसार, आज विक्रम संवत 2082 एवं शक संवत 1947 चल रहा है। ऋतु वर्षा है और अयन दक्षिणायन। तिथि कृष्ण पक्ष की षष्ठी रात्रि 09:01 तक रहेगी, तत्पश्चात सप्तमी आरंभ होगी। नक्षत्र उत्तरभाद्रपद प्रातः 4:50 तक रहेगा, फिर रेवती लगेगा। योग शोभन सुबह 11:57 तक रहेगा, इसके बाद अतिगण्ड योग प्रारंभ होगा। राहुकाल दोपहर 12:45 से 2:24 बजे तक रहेगा। सूर्योदय सुबह 6:07 और सूर्यास्त शाम 7:22 बजे होगा। उत्तर दिशा में दिशाशूल रहेगा, अतः उत्तर दिशा की यात्रा से यथासंभव बचना चाहिए।

आज कर्क संक्रांति के अवसर पर सूर्यदेव की विशेष पूजा का विधान है। अग्निपुराण और शिवपुराण में इसे पापों के शमन का उत्तम समय बताया गया है। श्रावण मास में भगवान शिव के साथ सूर्य की उपासना जीवन में आरोग्य, तेज, मानसिक शांति और आयु वृद्धि प्रदान करती है। पूजा विधि में तांबे के लोटे से सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, जिसमें जल, गंगाजल, लाल चंदन, चावल और लाल पुष्प मिलाए जाते हैं। अर्घ्य देते समय “ॐ एहि सूर्य सहस्त्रांशो…” मंत्र का उच्चारण करना चाहिए, या फिर “ॐ आदित्याय नमः” और “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र भी कहे जा सकते हैं।

शिवलिंग पर घी, शहद, गुड़ व लाल चंदन अर्पित करना शुभ माना गया है। लाल पुष्पों की विशेष महत्ता है। साथ ही, आदित्यहृदय स्तोत्र, सूर्याष्टक, और 12 ज्योतिर्लिंगों के नामों का जप भी लाभकारी होता है। यदि सूर्य आपकी कुंडली में शनि या राहु के साथ स्थित हो, तो रविवार को रुद्राभिषेक करवाना अत्यंत फलदायक होता है। इस मास में पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन और तांबे व कांसे के पात्रों का त्याग करना भी शास्त्रसम्मत बताया गया है।

आज का दिन जिनका जन्मदिन है, उनका मूलांक 7 बनता है, जो वरुण ग्रह से संचालित होता है। ऐसे जातक अंतर्ज्ञानी, भावुक और सत्य शोधी स्वभाव के होते हैं। जल के समान लचीलापन और प्रवाहशीलता इनके व्यक्तित्व की विशेषता होती है। इनके लिए भगवान शिव और श्रीविष्णु की उपासना शुभ रहती है। शुभ रंग सफेद, गुलाबी, जामुनी और मेहरून माने गए हैं। जीवन का शुभ वर्ष 2029 बताया गया है। आज जन्म लेने वाले जातकों को कार्यक्षेत्र में प्रगति के लिए केसर का तिलक लगाना और मंदिर में पताका चढ़ाना शुभ रहेगा।

राशिफल की बात करें तो मेष राशि के जातकों के लिए दिन स्वास्थ्य व धन के लिहाज से थोड़ा कठिन हो सकता है। वृषभ को व्यवसाय में अप्रत्याशित लाभ के योग हैं। मिथुन राशि के लोगों को शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है लेकिन पारिवारिक मामलों में संभलकर चलना होगा। कर्क राशि के जातक व्यावसायिक तनाव का अनुभव कर सकते हैं। सिंह राशि को धन संबंधी निर्णय सोच-समझकर लेने की सलाह दी गई है। कन्या राशि को आंशिक सफलता मिलेगी, आध्यात्मिकता से मानसिक संतुलन बना रहेगा। तुला को पारिवारिक सौहार्द और धन की प्राप्ति होगी।

वृश्चिक राशि के जातकों को आज अहंकार से बचना होगा, वहीं धनु राशि वालों को वाणी संयम की आवश्यकता रहेगी। मकर राशि को आकस्मिक धन लाभ के योग हैं लेकिन अत्यधिक विश्वास से बचें। कुंभ राशि की योजनाएं कुछ अटक सकती हैं, आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। मीन राशि को आज भाग्य से लाभ मिलेगा लेकिन ठगी या धोखे से सतर्क रहने की जरूरत है।

आज का दिन धार्मिक साधना, संयम, आत्मशुद्धि और सनातन परंपरा में विश्वास रखने वालों के लिए विशेष आध्यात्मिक अवसर लेकर आया है। कर्क संक्रांति, पंचक और श्रावण मास की शुरुआत को ध्यान में रखते हुए व्यक्ति को आज संयम, सेवा और सच्चे भाव से सूर्य एवं शिव की उपासना करनी चाहिए।