11 जुलाई 2025 से श्रावण मास का आरंभ, शिवभक्तों में उमड़ा उत्साह – पंचांग, व्रत, राशिफल और ज्योतिषीय संकेतों पर विशेष रिपोर्ट

आज से उत्तर भारत में श्रावण मास का शुभारंभ हो गया है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह मास भगवान शिव को अत्यंत प्रिय माना जाता है। देशभर के शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है। दक्षिण भारत और अमावस्या से मास गणना वाले राज्यों—जैसे गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश में श्रावण का आरंभ 25 जुलाई से होगा।

वैदिक पंचांग की प्रमुख बातें:

तिथि: कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा, जो 12 जुलाई की रात 02:08 बजे तक रहेगी, इसके बाद द्वितीया तिथि शुरू होगी।

नक्षत्र: उत्तराषाढ़ा पूर्ण रात्रि तक

योग: वैधृति रात 08:45 तक, तत्पश्चात विष्कंभ

राहुकाल: सुबह 11:04 से दोपहर 12:44 तक

सूर्योदय/सूर्यास्त: 06:05 / 07:23

दिशाशूल: पश्चिम दिशा

व्रत और विशेष जानकारी:

आज से पूर्णिमांत पंचांग के अनुसार श्रावण मास का आरंभ हुआ है।

विद्यालाभ योग सुबह 05:56 से रात 11:45 तक केवल गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक आदि अमावस्यान्त पंचांग वाले क्षेत्रों में मान्य है।

प्रतिपदा तिथि को कूष्माण्ड (कुम्हड़ा/पेठा) का सेवन वर्जित माना गया है। यह ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार धननाशकारी होता है।

चतुर्मास नियमों में तांबा और कांसे के बर्तनों का प्रयोग त्याज्य है, जबकि पलाश के पत्तों की पत्तल पर भोजन करना पुण्यफल देने वाला है।

श्रावण मास का आध्यात्मिक महत्व:

शिवपुराण व अन्य धर्मग्रंथों में इस मास को शिव की आराधना का सर्वश्रेष्ठ समय कहा गया है।
शिव स्वयं कहते हैं:

<span;>> “द्वादशस्वपि मासेषु श्रावणो मेऽतिवल्लभः…”

अर्थात – बारह महीनों में श्रावण मुझे सबसे प्रिय है। इस मास में की गई पूजा, व्रत व दान अक्षय फल प्रदान करते हैं।

सोमवार व्रत, भूमिशयन, घी का दान और प्रिय वस्तु का त्याग इस मास के विशेष नियमों में शामिल हैं।

श्रावण पूर्णिमा को श्रवण नक्षत्र पड़ने के कारण ही इस मास को ‘श्रावण’ कहा गया है।

पंचक की शुरुआत भी पास:

पंचक प्रारंभ: रविवार, 13 जुलाई शाम 06:53 बजे

पंचक समाप्ति: शुक्रवार, 18 जुलाई तड़के 03:39 बजे

आज जन्मे जातकों के लिए:

11 जुलाई को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 2 होता है, जिसे चंद्र ग्रह संचालित करता है। यह व्यक्तित्व भावुक, कोमल, कलात्मक एवं कभी-कभी मानसिक रूप से अस्थिर होता है।
शुभ रंग: सफेद, सिल्वर ग्रे | शुभ अंक: 2, 11, 20, 29
ईष्टदेव: भगवान शिव एवं बटुक भैरव

दैनिक राशिफल – जानिए कैसा रहेगा आपका दिन:

मेष: धार्मिक उपायों से मिलेगा राहत, सेहत का ध्यान रखें

वृष: कार्यक्षेत्र में सफलता, रिश्तों में सतर्कता रखें

मिथुन: भावनाओं में बहने से बचें, खर्च पर नियंत्रण आवश्यक

कर्क: इच्छापूर्ति का योग, लेकिन भेद सार्वजनिक होने से बचें

सिंह: आत्मविश्वास ठीक, मगर वाद-विवाद से दूर रहें

कन्या: कलह का योग, स्वास्थ्य में गिरावट संभव

तुला: पारिवारिक विवाद उभर सकते हैं, संयम रखें

वृश्चिक: शुभ समाचार के संकेत, शाम को यात्रा संभव

धनु: प्रयासों से सफलता, मित्रता में दूरी ना बनाएं

मकर: धन हानि से बचें, परिवार में नाराजगी हो सकती है

कुंभ: योजनाएं सफल नहीं होंगी, पर आय बनी रहेगी

मीन: लाभ का दिन, विरोधी शांत रहेंगे

हर हर महादेव!
श्रावण के इस पहले दिन भगवान शिव से प्रार्थना है कि वे सभी भक्तों को स्वास्थ्य, शांति और सिद्धि प्रदान करें। चतुर्मास में संयम और साधना का विशेष महत्व होता है — यह आत्मशुद्धि का काल है।