गोरखनाथ मंदिर में आई दुर्लभ नस्ल की गाय सीएम योगी ने किया दुलार

गोरखनाथ मंदिर में आई दुर्लभ नस्ल की गाय सीएम योगी ने किया दुलार

देश में अति दुर्लभ नस्ल में सम्मिलित आंध्र प्रदेश की पुंगनूर गाय को भी गोरखनाथ मंदिर की गोशाला में लाया गया है। मंदिर की गोशाला में आने पर शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने खूब दुलारा और उन्हें अपने हाथों से गुड खिलाया।आपकों बता दे कि गोसेवा उनकी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा रहती है। पर, शुक्रवार का दिन गोसेवा के दृष्टिकोण से विशेष था। कारण, मंदिर की गोशाला में आंध्र प्रदेश के पुंगनूर नस्ल की देसी गोवंश की एक नन्ही जोड़ी (बछिया-बछड़ा) का भी यहां आगमन हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुंगनूर नस्ल की इस जोड़ी को खूब दुलार किया।

पुंगनूर नस्ल गाय के बारे में जानें –

पुंगनूर गायें आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के पुंगनूर इलाके में पाई जाती हैं। इसी वजह से इनका नाम पुंगनूर पड़ा। पुंगनूर गाय का दूध अन्य गाय के मुकाबले काफी पौष्टिक और गाढ़ा होता है। दूसरी गायों की तुलना की जाये तो  पुंगनूर गाय के दूध में मक्खन भी ज्यादा निकलता है। इन गायों का गोबर और मूत्र भी अच्छी क़ीमत पर बिकता है इन गायों को पालने का खर्च कम है।

आधुनिक समय में  हाइब्रिड गाय का चलन काफ़ी है जिससे मुनाफा कमाने के लिए कई पशुपालकों ने पुंगनूर गाय को पालना छोड़ दिया, जिसके बाद इन पर खतरा मंडरा रहा है। 2020 में आंध्र प्रदेश की सरकार ने इसे बचाने के लिए मिशन पुंगनूर लांच किया था।

पुंगनूर गाय की कीमत अधिक होने का कारण इसकी कम संख्या है। दुनिया में सबसे छोटी नस्ल होने की वजह से इसकी कीमत ज्यादा है।मगर आप को बता दे कि इस गाय का पालन करना आसान होता है क्योंकि इसके पालन में जगह कम लगती है और आज के आधुनिक समय में अधिकतर लोग शहरों में रहते है जहां कम जगह होती है ऐसे स्थानों पर इस गाय का पालन आसानी से किया जा सकता है इसकी यही विशेषता लोगों को आकर्षित कर रही है।