भारत के रक्षा वैज्ञानिकों ने एक नए हल्के टैंक जोरावर का सफल फील्ड परीक्षण किया
भारत के रक्षा वैज्ञानिकों ने एक नए हल्के टैंक जोरावर का सफल फील्ड परीक्षण किया
भारत के रक्षा वैज्ञानिकों ने एक नए हल्के टैंक जोरावर का सफल फील्ड परीक्षण किया है। इस टैंक का नाम जनरल ज़ोरावर सिंह कहलूरिया के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1841 में चीन-सिख युद्ध के समय कैलाश-मानसरोवर पर मिलिट्री एक्सपेडिशन किया था।भारत पहले ऐसे टैंक्स रूस से खरीदना चाहती थी लेकिन बाद में निर्णय लिया गया की इसे अपने ही देश में क्यों ना बनाया जाये इसका यह परिणाम हुआ की आज इसको अपने ही देश में इस नई तकनीक का अविष्कार किया और आज यह देश का पहला ऐसा टैंक बन गया जो रेगिस्तान में हुए परीक्षण में यह टैंक बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है यह टैंक बहुत ऊंचाई वाले इलाकों में भी आसानी से चल सकता है यह टैंक पहाड़ों पर चढ़ने में सक्षम है इसके साथ इसके सभी ट्रायल्स सफल रहे हैं।टैंक की गोलाबारी की क्षमता भी बहुत अच्छी पाई गई है। अब यह जल्दी ही भारतीय सेना में शामिल होकर दुश्मनों को मुँह तोड़ जवाब देगा ।