MP में मिलावटखोरी : फैक्ट्री में पिस रही थी फफूंद लगी हल्दी-मिर्च, सल्फर से रंगी जा रही थी धनिया

नीमच ज़िले में मिलावट खोरों का सेहत से खिलवाड़ जारी है. यहां धनिया को ज़हरीले सल्फर से रंगा जा रहा है और फफूंद लगी हल्दी और मिर्च पीसकर बाज़ार में भेजी जा रही है. मिलावट खोरों के खिलाफ प्रशासन एक्शन में आया तो एक से बढ़कर एक चौंकाने वाले ख़ुलासे हो रहे हैं.

हैरान रह गयी टीम

नीमच में प्रशासन का मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान जारी है. टीम ने ताबड़तोड़ तरीके से कई फैक्ट्रियों पर छापे मारे. वहां का हाल देखकर अफसर भी सकते में आ गए. खाद्य एवं औषधि प्रशासन जिला अधिकारी संजीव मिश्रा के मुताबिक रोहित ट्रेडर्स के फोरलेन बाईपास स्थित गोदाम पर जब छापा मारा गया तब वहां खराब क्वालिटी के धनिए को ज़हरीले सल्फर से रंगने का काम चल रहा था. धनिया में डंठल और कचरा तक पीसा जा रहा था. टीम ने वहां से 7 हज़ार 58 किलो धनिया ज़ब्त किया.
बाबूलाल हुक्मीचंद की नीमच स्थित फैक्ट्री पर फंगस लगी बदबूदार हल्दी और मिर्ची पीसी जा रही थी. उसे सेहत के लिए बेहद ख़तरनाक रंगों से रंगा जा रहा था.

बालाजी गृह उद्योग पर छापा

नीमच के सिंगोली में गुरुवार को नमकीन और तेल के बड़े कारोबारी बालाजी गृह उद्योग पर प्रशासन ने छापा मारा. यहां नमकीन इंडिया के फर्जी नाम की थैलिया मिलीं. टीम ने इस फैक्ट्री से 1 हज़ार 980 लीटर पॉम ऑयल, 4 हज़ार 475 किलो नमकीन, 950 किलो बेसन ज़ब्त किया. मटर आटा, नमकीन और तेल के सैम्पल लिए. राजस्थान सीमा से लगे नीमच के इस इलाके में धनिया रंगने की ज़हरीली भट्टिया भी मिली हैं.
कलेक्टर अजय गंगवार के मुताबिक 20 जुलाई से नीमच जिले में मिलावट खोरी के खिलाफ अभियान जारी है.

धनिया की ज़हरीली भट्टियां मिलीं

खाद्य एवं औषधि विभाग अब तक 26 हज़ार 250 किलो तेल, 8 हज़ार 416 किलो अमानक धनिया, 2 हज़ार 528 किलो अमानक हल्दी/मिर्ची, 4 हज़ार 475 किलो नमकीन, 950 किलो बेसन और 700 लीटर कीड़े वाला दूध ज़ब्त कर चुकी है. विभाग ने खान-पान की चीज़ों के अब तक कुल 29 नमूने लिए हैं. इसमें 19 नमूने नमकीन, धनिया, मिर्ची, हल्दी, तेल और अखाद्य कलर के हैं जबकि 10 नमूने दूध और उससे बनाये जाने वाले सामान के हैं.

जारी रहेगी मुहिम

कलेक्टर गंगवार ने कहा मिलावटखोरी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा यह किसी भी दबाव मे बंद नहीं होगा.उन्होंने यह भी कहा की सेम्पल रिपोर्ट आने के बाद मिलावटखोरी करने वालो के खिलाफ आईपीसी और रासुका तक के तहत कार्रवाई की जाएगी.

मिलावटखोरी के ख़िलाफ आवाज़ उठाने वाले RTI एक्टिविस्ट परमजीत सिंह फौजी कहते हैं ये मिलावट माफिया है. वो गुंडे पालते हैं और अगर कोई इनके खिलाफ आवाज़ उठाए तो उसकी जान पर बन आती है. फौजी ने कहा की इनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाही होना चाहिए.

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